नीमकाथाना के पूर्व सैनिक ने लिया देहदान का संकल्प:सीकर मेडिकल कॉलेज में भरा संकल्प पत्र, कहा – मृत्यु के बाद भी दूसरों के काम आएगा शरीर, यही सबसे बड़ा पुण्य
नीमकाथाना के पूर्व सैनिक ने लिया देहदान का संकल्प:सीकर मेडिकल कॉलेज में भरा संकल्प पत्र, कहा - मृत्यु के बाद भी दूसरों के काम आएगा शरीर, यही सबसे बड़ा पुण्य

नीमकाथाना : नीमकाथाना पूर्व सैनिक ने देहदान का संकल्प लिया है। पूर्व सैनिक रामस्वरूप मीणा निवासी नयाबास ने सोमवार को सीकर मेडिकल कॉलेज में देहदान के लिए संकल्प पत्र भरा।
पूर्व सैनिक ने मेडिकल कॉलेज सीकर में जाकर देहदान की सभी औपचारिकताओं को पूरा किया है। पूर्व सैनिक रामस्वरूप निवासी मीणा नयाबास (55) ने फिलहाल एमएम का एग्जाम दिया है। वह पीएचडी की तैयारी कर रहे हैं। 1988 में रामस्वरूप आर्मी में भर्ती हुए थे, मार्च 2014 में रिटायर्ड हुए थे। अब उन्होंने देहदान का संकल्प लिया है। रामस्वरूप मीणा ने कहा कि पहले भी देश सेवा का मौका मिला और मरने के बाद भी देश सेवा करने का मौका मिलेगा। उन्होंने कहा कि यह शरीर मृत्यु और दाह संस्कार के बाद केवल राख का ढेर मात्र रह जाता है यदि मानव कल्याण में हमारे अंग या देह काम आए तो इससे बढ़कर सौभाग्य की बात क्या हो सकती है और देहदान महादान कहा जाता है।
26 साल की देश की सेवा
26 साल सेना में सेवाएं देने के बाद रामस्वरूप मीणा ने निर्णय लिया है कि उनकी मौत के बाद शरीर अन्य लोगों के काम आ सके। उन्होंने कहा कि देहदान करने का जो निर्णय लिया है वह कई लोगों को इस पुण्य कर्म भागीदारी देने के बाद लिया है, उन्होंने जब अन्य लोगों की खबरें पढ़ी तो उन्हें देह दान करने के निर्णय पर बहुत ज्यादा बल मिला।