एबीडीएम से जुड़ेंगे निजी डायग्नोस्टिक व पैथोलॉजी सेंटर, मरीजों को राहत मिलेगी
राष्ट्रीय स्वास्थ्य प्राधिकरण व स्वास्थ्य विभाग ने की कार्यशाला

सीकर : राष्ट्रीय स्वास्थ्य प्राधिकरण व स्वास्थ्य विभाग की ओर से प्रदेश के निजी डायग्नोस्टिक व पैथालॉजी सेंटर्स को आयुष्मान भारत डिजिटल मिशन (एबीडीएम) से जोड़ने के विषय पर कार्यशाला हुई। इस दौरान राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के अतिरिक्त मिशन निदेशक डॉ. अरुण गर्ग ने कहा कि एबीडीएम मरीज को देश के किसी भी कोने में सरल और सहज रूप से स्वास्थ्य सुविधा दिलाने की पहल है।
राष्ट्रीय स्वास्थ्य प्राधिकरण के निदेशक विक्रम पगारिया ने बताया कि आभा आइडी बनाने से मरीज बार-बार एक ही जांच करवाने की असुविधा से बचेंगे और सुदृढ़ मेडिकल हिस्ट्री से गुणवत्तापूर्ण इलाज भी प्राप्त कर सकेंगे। आयुष्मान भारत डिजिटल मिशन के तहत सभी निजी और सरकारी डायग्नोस्टिक लैब को एबीडीएम कम्प्लायंट लैब मैनेजमेंट इंफार्मेशन सिस्टम से जोड़ा जाएगा। इससे मरीज कहीं भी इलाज कराए, लेकिन उसकी मेडिकल हिस्ट्री उसके आभा अकाउंट पर मिल जाएगी। इस दौरान आईएमए के प्रदेश अध्यक्ष डॉ. रजनीश शर्मा, पीडब्ल्यूसी के डॉ. राना मेहता सहित अन्य विषय विशेषज्ञों ने भी विचार व्यक्त किए। एसीपी आईटी विष्णुकांत जलिंद्रा ने आभा आई डी के बारे में जानकारी दी। कार्यशाला में 400 से अधिक पैथोलॉजिस्ट, माइक्रोबायोलॉजिस्ट, डायग्नोस्टिक लैब संचालकों और इंडियन एसोसिएशन ऑफ पैथोलॉजिस्ट एंड माइक्रोबायोलॉजिस्ट के प्रतिनिधियों ने हिस्सा लिया।