संकट में हेरिटेज सरकार:मेयर मुनेश गुर्जर को पद से हटाने के लिए भाजपा प्रदेशाध्यक्ष से मिले पार्षद
संकट में हेरिटेज सरकार:मेयर मुनेश गुर्जर को पद से हटाने के लिए भाजपा प्रदेशाध्यक्ष से मिले पार्षद

जयपुर : हेरिटेज की सरकार एक बार फिर संकट में घिरती नजर आ रही है। यहां के 6 कांग्रेसी पार्षद अपनी ही मेयर मुनेश गुर्जर को हटाने को लेकर लामबंद हो गए हैं। इन पार्षदों ने रविवार को बीजेपी प्रदेशाध्यक्ष सीपी जोशी से मुलाकात की और मेयर को पद से हटाने की मांग की।
पार्षदों ने जोशी को बताया कि मेयर को एसीबी ने भ्रष्टाचार के आरोप में दोषी पाया जा चुका है। इसके बावजूद मेयर निगम में बैठकर फाइलें निकाल रही हैं। कांग्रेसी पार्षद जोशी से मिलने पूर्व मंत्री प्रतापसिंह के करीबी मनोज मुद्गल और दशरथ सिंह की अगुआई में पहुंचे।
भाजपा मुख्यालय पहुंचे 6 में से 5 पार्षद खाचरियावास के विधानसभा क्षेत्र सिविल लाइंस से हैं। मेयर पति को एसीबी की ओर से गिरफ्तार किए जाने पर शहर कांग्रेस में दो गुट हो गए थे। इसमें एक गुट खाचरियावास तो दूसरा महेश जोशी का था। कांग्रेस सरकार में भी मेयर को हटाने पर खाचरियावास, रफीक और कागजी से पूर्व सीएम अशोक गहलोत से मिले थे। गहलोत ने मेयर को पद से तो हटा दिया, लेकिन मेयर हाईकोर्ट से स्टे ले आई।
एसीबी अभियोजन स्वीकृति के लिए लिख चुकी है यूडीएच को पत्र; एसीबी भी कांग्रेस मेयर मुनेश के खिलाफ भ्रष्टाचार के आरोप सही मान चुकी है और सरकार को लिख चुकी है। एसीबी ने 4 अगस्त 2023 में नगर निगम हेरिटेज की मेयर मुनेश गुर्जर के घर एसीबी ने छापा मारा था। मुनेश के पति सुशील गुर्जर को दो लाख रुपए की रिश्वत मांगने के आरोप में गिरफ्तार किया था।
सुशील गुर्जर पर आरोप था कि पट्टे जारी करवाने की एवज में दो दलालों के जरिए रिश्वत मांगी गई थी। सुशील के साथ एसीबी ने दलाल नारायण सिंह और अनिल दुबे को भी गिरफ्तार किया था। मेयर के घर से तलाशी में एसीबी के पट्टे की फाइल मिली थी। इसके साथ ही 40 लाख रुपए भी मिले थे। वहीं, नारायण सिंह के घर से भी 8.95 लाख रुपए मिले थे।
ऐसा हुआ तो बीजेपी का मेयर कौन?
कांग्रेसी पार्षदों का बीजेपी के संपर्क में आने के बाद अब हेरिटेज निगम में बीजेपी का मेयर और उसके नाम पर चर्चाएं शुरू हो गई हैं। हेरिटेज में कांग्रेस के 47, भाजपा के 42 और 11 निर्दलीय पार्षद हैं। इनमें भी 6 निर्दलीय ने कांग्रेस और 2 ने बीजेपी को समर्थन दिया था। बहुमत के आंकड़ें से 7 पार्षद दूर है। अगर 6 कांग्रेसी बगावत करते हैं तो बोर्ड अल्पमत में होगा।
- दशरथ सिंह – वार्ड-42
- ज्योति चौहान – वार्ड-46
कुल 100 पार्षद; 53 कांग्रेस(47)+निर्दलीय(6), 44 बीजेपी(42)+ निर्दलीय(2), 3 अन्य, 6 कांग्रेसी खिसके तो बोर्ड अल्पमत में आना तय
पिछली कांग्रेस सरकार के पूर्व मंत्री प्रतापसिंह खाचरियावास के करीबी मनोज मुद्गल और दशरथ सिंह ने की अगुवाई, विधानसभा चुनाव से ही चल रहा है अदावत का सिलसिला
- संतोष कंवर – वार्ड – 78
- सुनीता शेखावत – वार्ड-44
- मनोज मुद्गल – वार्ड-35
- उत्तम शर्मा – वार्ड-49
“मुनेश की ओर से हेरिटेज में किए जा रहे भ्रष्टाचार से जुड़े मामले में बीजेपी प्रदेशाध्यक्ष को बताया है। हमें उम्मीद ही नहीं, पूरा विश्वास है कि राजस्थान की भाजपा सरकार भ्रष्ट मेयर के खिलाफ सख्त एक्शन लेगी और उन्हें पद से बर्खास्त करेगी।”
– मनोज मुद्गल, पार्षद