नीमकाथाना जिला अस्पताल में अब मरीजों को बेड पर ही मिलेगी पोर्टेबल मशीन से एक्स-रे की सुविधा
अभी गंभीर बीमारी से पीड़ित एवं दुर्घटना में घायल मरीज जो को मिलेगी राहत

नीमकाथाना. अमूमन देखा जाता है कि जब भी कोई व्यक्ति गंभीर बीमार हो जाए या फिर सड़क दुर्घटना में घायल हो जाता है तो डॉक्टर सबसे पहले मरीज का एक्स-रे ही करवाता है। ऐसे में मरीज सोचता है कि काश एक्सरे मशीन बैड तक पहुंच जाए तो उसका एक्स-रे हो सके। मरीज की यह सोच जिला अस्पताल में बदलती हुई नजर आ रही है। अब गंभीर मरीज व दुर्घटना में घायल मरीजों के बैड पर ही ए-क्सरे हो सकेंगे। इसके लिए अस्पताल प्रशासन ने पूरी तैयारी कर ली है।
गौरतलब है कि पहले जिला अस्पताल में दुर्घटना में घायलों और गंभीर बीमार मरीजों को एक्स-रे के लिए स्ट्रेचर पर लेटकर एक्स-रे कक्ष या डायग्नोस्टिक सेंटर की दौड़ लगानी पड़ती थी।
आपातकालीन व वार्ड में शुरू की गई एक्सरे मशीन, फिलहाल स्टाफ की कमी के चलते सुबह 8 से दोपहर 2 बजे तक ही मिलेगी सुविधा, हीटवेव को देखते हुए आपातकालीन में तैयार वतानुकूलित वार्ड
मशीन इंस्टॉल होने से अब बेड पर ही उनका एक्सरे हो सकेगा। इसके लिए आपातकालीन व वार्ड में पोर्टेबल एक्स-रे मशीन लगाई गई है। मरीजों की संया बढ़ने पर गंभीर मरीजों को एक्स-रे कराने में भी परेशानी होती थी, साथ ही अन्य स्थानों पर एक्सरे कराने के लिए विवश होना पड़ता था। वैसे हड्डी रोग के मरीजों का आपरेशन आपातकालीन में ही हो रहे हैं। ऐसे में इमरजेंसी में आने वाले गंभीर घायलों व बीमारों का एक्स-रे करने के लिए पहले की तुलना में मरीजों को बेड से स्ट्रेचर पर शिट करने और एक्सरे के बाद पुन: बेड पर शिट करने जैसी समस्या दूर हो जाएगी।
स्टाफ बढ़ने के बाद मिलेगी 24 घंटे सुविधा
फिलहाल स्टाफ की कमी को देखते हुए पोर्टेबल मशीन से केवल सुबह 8 से दोपहर 2 बजे तक अस्पताल समय में ही मरीजों को यह सुविधा मिलेगी। भविष्य में एमआरएस से रेडियोग्राफर लेने के बाद स्टाफ की बढ़ोतरी हो जाएगी। इसके बाद यह सुविधा 24 घंटे लागू कर दी जाएगी, जिससे अस्पताल में आने वाले गंभीर मरीजों को बाहर नहीं भटकना पड़ेगा। साथ ही लोगों की जेब भी ढीली होने से बच सकेगी। अस्पताल में फिलहाल सुबह आठ से 2 बजे तक एक्स-रे होते हैं। प्रतिदिन यहां 100 से ज्यादा एक्स रे होते हैं। एक्सरे सेवा के अभाव में 2 बजे के बाद हादसों में घायल होकर आने वाले लोगों को मजबूरन निजी अस्पताल में एक्स-रे करवाना पड़ता है। इस नई सेवा से सड़क हादसे में घायल मरीजों को काफी राहत मिलेगी।
वर्तमान में तेज गर्मी को देखते हुए अस्पताल प्रशासन अलर्ट मोड पर है। वार्ड में सभी सुविधाएं उपलब्ध करवा रखी है। हीटवेव (लू) से परेशान होने वाले मरीजों के लिए आपातकालीन में वातानुकूलित वार्ड तैयार किया है। इस समय गर्मी बढ़ने से मरीजों की संया भी बढ़ रही है। इनडोर वार्डों में कूलर पंखों की सुविधाएं हैं। आपातकालीन में हीटवेव वाले मरीजों के लिए 24 घंटे चिकित्सक मौजूद रहेंगे।
500 एमए एक्सरे मशीन की भेजी डिमांड
अस्पताल में अभी आधुनिक डिजिटल एक्स-रे मशीन से मरीजों के एक्सरे किए जा रहे है। बढ़ती मरीजों की संया से 150 एमए मशीन कई बार हांफने लग जाती है। अस्पताल प्रशासन ने मरीजों की सुविधा को देखते हुए 500 एमए मशीन की डिमांड भेजी है। अगर आगे से मशीन नहीं आती है और भविष्य में सबकुछ सही रहा तो एमआरएस से मशीन खरीदी जा सकेगी। इसके लिए मीटिंग में प्रस्ताव लेने होंगे।
500 एमए की मशीन आने से अधिक क्षमता के साथ एक्स-रे मशीन कार्य कर सकेगी। इस मशीन के जरिए होने वाले एक्स-रे की गुणवत्ता में भी सुधार होगा।
अस्पताल में आपातकालीन व वार्ड में पोर्टेबल एक्स-रे मशीन की सुविधा शुरू की गई है। स्टाफ की बढ़ोतरी होने के बाद यह सुविधा 24 घंटे लागू कर दी जाएगी। वर्तमान में सुबह 8 से दोपहर 2 बजे तक ही गंभीर मरीजों के बेड पर एक्स-रे किए जाएंगे। हीटवेव को देखते हुए आपातकालीन में वातानुकूलित वार्ड तैयार किया गया है। मरीजों की सुविधा का पूरा याल रखा जा रहा है। ~~~डॉ केएस शेखावत, पीएमओ जिला अस्पताल, नीमकाथाना