जिला क्रिकेट संघों के सचिवों का पलायन:जांच से बचने के लिए कांग्रेस छोड़कर भाजपा में आ रहे
जिला क्रिकेट संघों के सचिवों का पलायन:जांच से बचने के लिए कांग्रेस छोड़कर भाजपा में आ रहे

जयपुर/उदयपुर : सत्ता जिसकी आरसीए और सभी डीसीए भी उसके। साथ नहीं आए तो कार्रवाई। जो कांग्रेस शासन में हुआ, वही अब भाजपा में हो रहा है। कांग्रेस राज में बनी जिला संघों की कार्यकारिणी की जांच चल रही है। आरसीए की कार्यकारिणी भंग कर एडहॉक कमेटी बन ही चुकी है। इसे 90 दिन में चुनाव कराने हैं। इस बीच अब तक भीलवाड़ा डीसीए सचिव और आरसीए कोषाध्यक्ष रामपाल शर्मा, डूंगरपुर डीसीए अध्यक्ष गौरव वल्लभ, सचिव सुशील जैन, सीकर डीसीए सचिव सुभाष जोशी भाजपा में शामिल हो चुके हैं।
बांसवाड़ा डीसीए सचिव मनीष देव जोशी ने भी कांग्रेस से इस्तीफा दे दिया। बाकी सीकर, चित्तौड़गढ़ आदि संघों को जांच के नोटिस जारी हो चुके हैं। प्रतापगढ़ जैसे बचे जिलों की भी जल्द जांच होगी। चूरू व करौली को मान्यता नहीं है। इसलिए आरसीए चुनाव में दोनों जिले बाहर रहेंगे।
उधर, एडहॉक कमेटी को 90 दिन में दो एजीएम बुलानी है लेकिन अभी तक नोटिस जारी नहीं किए गए हैं, जबकि 21 दिन पहले नोटिस जारी करने का नियम है। जयपुर जिला संघ के भी जल्द चुनाव की तैयारी है।
राजनीति में खेल खराब हो रहा है : डॉ. हमेंद्र सुराणा
- सीकर को नोटिस, कोषाध्यक्ष भवानी समोता को हटाया, सचिव सुभाष जोशी भाजपा में गए।
- चित्तौड़गढ़ जिला क्रिकेट संघ को नोटिस-जांच अधिकारी नियुक्त करें।
- पहले डूंगरपुर संघ अध्यक्ष गौरव वल्लभ, अब सचिव सुशील जैन भाजपा में शामिल।
- दौसा में पूर्व कार्यकारिणी की बिना जांच के ही, दूसरी कार्यकारिणी को मान्यता दी। भाजपा नेता बृज किशोर उपाध्याय को सचिव बनाया।
- बांसवाड़ा संघ सचिव मनीष देव जोशी ने कांग्रेस छोड़ी, भाजपा में जाने की तैयारी।
- जोधपुर जिला क्रिकेट संघ की जांच हुई, अब एडहॉक कमेटी बनी। यहां कांग्रेस ने भी ऐसा ही किया था।
डॉ. हमेंद्र सुराणा ने कहा- राजनीति में खेल खराब हो रहा है
“50 साल से यही हाल है। जो सत्ता में आता है, वह आरसीए में वर्चस्व रखता है। जिला स्तर पर भी राजनीति हावी है। इससे क्रिकेट को नुकसान होता है। जिन्होंने कभी क्रिकेट नहीं खेली, आरसीए अध्यक्ष बन जाते हैं। वे क्या क्रिकेट का भला करेंगे?”
-डॉ. हमेंद्र सुराणा, पूर्व रणजी खिलाड़ी, 1971-74