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जोधपुर में पुलिस पर हमला, SHO को बंधक बनाया:हेड कॉन्स्टेबल का हाथ तोड़ा; 70 पुलिसकर्मियों ने आकर छुड़वाया


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जोधपुर में पुलिस पर हमला, SHO को बंधक बनाया:हेड कॉन्स्टेबल का हाथ तोड़ा; 70 पुलिसकर्मियों ने आकर छुड़वाया

जोधपुर में पुलिस पर हमला, SHO को बंधक बनाया:हेड कॉन्स्टेबल का हाथ तोड़ा; 70 पुलिसकर्मियों ने आकर छुड़वाया

जोधपुर : दो भाइयों में जमीन विवाद की सूचना पर पहुंची पुलिस पर एक पक्ष ने हमला कर दिया। SHO को कमरे में बंधक बना लिया। हेड कॉन्स्टेबल का हाथ तोड़ दिया। इसके बाद करीब 70 पुलिसकर्मी मौके पर पहुंचे और SHO व अन्य पुलिसकर्मियों को बचाया। घटना जोधपुर से 140 किमी दूर चामू थाना इलाके के गोदेलाई गांव की शनिवार रात 11:15 बजे की है।

तस्वीर देर रात की है, जब पुलिस और हरजीराम के परिजनों के बीच झड़प हुई थी।
तस्वीर देर रात की है, जब पुलिस और हरजीराम के परिजनों के बीच झड़प हुई थी।

10 मिनट कमरे में बंद रहे SHO
चामू थाने के SHO ओमप्रकाश ने बताया- गोदेलाई गांव में दो सगे भाइयों हरजीराम और डालूराम के बीच जमीन को लेकर विवाद था। हरजीराम ने शनिवार को डालूराम के घर आने-जाने का रास्ता बंद कर दिया था।

डालूराम इसकी शिकायत लेकर रात 11 बजे चामू थाने पहुंचा था। इसके बाद मैं 4 पुलिसकर्मियों को लेकर 4 किमी दूर घटनास्थल पर गया। हम दोनों पक्षों से मामले की जानकारी ले रहे थे। इसी दौरान हरजीराम के घर गए तो वह बोला- अंदर आ जाओ, बैठकर बात करते हैं।

पुलिस ने हरजीराम के घर से तीन ट्रैक्टर भी जब्त किए हैं।
पुलिस ने हरजीराम के घर से तीन ट्रैक्टर भी जब्त किए हैं।

मैं अकेला अंदर गया। 4 पुलिसकर्मी घर के बाहर पूछताछ कर रहे थे। हरजीराम ने मुझे एक कमरे में बैठा दिया और अचानक बाहर से कुंडी बंद कर दी। मैं तुरंत उठा और बाहर मौजूद पुलिसकर्मियों को आवाज दी। दरवाजा खटखटा कर उसे खोलने के लिए आवाज देना शुरू किया। अंदर से ही बाहर मौजूद पुलिसकर्मियों और कंट्रोल रूम को सूचना दी। मैं करीब 10 मिनट तक अंदर रहा। एक हेड कॉन्स्टेबल ने दरवाजा खोला।

गोदेलाई गांव में मामला बढ़ने के बाद दो और थानों से पुलिस फोर्स बुलाई गई थी।

2 और थानों से आई पुलिसफोर्स, आंसू गैस के गोले छोड़े
SHO ने बताया- बाहर आने के बाद जब हरजीराम को ले जाने लगे तो उसके परिजनों ने पुलिस पर हमला कर दिया। हमले में हेड कॉन्स्टेबल देवी सिंह के हाथ में फ्रैक्चर हो गया। करीब आधे घंटे बाद मौके पर बालेसर और देचू थाने से भी पुलिस फोर्स आ गई। पुलिस ने बचाव में आंसू गैस के गोले छोड़े। करीब 70 पुलिसकर्मी मौके पर मौजूद थे। इसके बाद हरजीराम समेत 13 लोगों के खिलाफ राजकार्य में बाधा और पुलिस के साथ मारपीट, बंधक बनाने समेत अलग-अलग धाराओं में मुकदमे दर्ज किए गए हैं। इसमें 8 पुरुष और 5 महिलाएं हैं।

सूचना पर ग्रामीण एसपी धर्मेंद्र सिंह यादव भी मौके पर पहुंचे थे। मौके पर पुलिस फोर्स तैनात है। फिलहाल शांति है। घटना की रिपोर्ट उच्चाधिकारियों को दे दी गई है। देवी सिंह को सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में इलाज के बाद छुट्टी दे दी गई।

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