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गुंजल बोले- मैं जिल्लत से बाहर आ गया हूं:कार्यकर्ताओं के पसीने की कीमत को ठोकर मार दी जाए; मैं यह बर्दाश्त नहीं कर सकता


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गुंजल बोले- मैं जिल्लत से बाहर आ गया हूं:कार्यकर्ताओं के पसीने की कीमत को ठोकर मार दी जाए; मैं यह बर्दाश्त नहीं कर सकता

गुंजल बोले- मैं जिल्लत से बाहर आ गया हूं:कार्यकर्ताओं के पसीने की कीमत को ठोकर मार दी जाए; मैं यह बर्दाश्त नहीं कर सकता

कोटा : भाजपा छोड़ कांग्रेस जॉइन करने वाले पूर्व विधायक प्रहलाद गुंजल अब भाजपा नेतृत्व पर सवाल उठा रहे हैं। बोले- कुछ लोग इस राज के मालिक खुद को समझने लगे थे। मैं ये बर्दाश्त नहीं कर सकता और मैं इस जिल्लत से बाहर आ गया हूं।

गुंजल कांग्रेस जॉइन करने के बाद गुरुवार रात कोटा पहुंचे थे। भाजपा छोड़ने के सवाल पर उन्होंने कहा कि कार्यकर्ताओं की मेहनत से राज आया है और अब बीजेपी में विचारधारा नहीं बची है। जानिए भास्कर से बातचीत में क्या बोले गुंजल।

फोटो कोटा में गुंजल के आवास का है, जहां शुक्रवार को कई कार्यकर्ता उनका स्वागत करने पहुंचे।
फोटो कोटा में गुंजल के आवास का है, जहां शुक्रवार को कई कार्यकर्ता उनका स्वागत करने पहुंचे।

कई सालों से मेरी उपेक्षा हो रही थी
शुक्रवार सुबह से ही उनके जीएडी सर्किल स्थित आवास पर कार्यकर्ताओं की भीड़ लगी रही। यहां जब उनसे बीजेपी छोड़ने को लेकर सवाल किया तो वे बोले- सारा शहर जानता है कि पिछले कई सालों से बीजेपी में किस तरह से मेरी उपेक्षा हो रही थी। पार्टी में व्यक्ति विशेष का कब्जा हो जाना और सारी व्यवस्था से किसी को अलग-थलग कर देना यह सही नहीं है।

मैं मन मारकर विचारधारा के साथ खड़ा रहा। इस बार जब से राज आया है, व्यवस्था बदली है, कुछ लोग यह प्रदर्शित कर रहे हैं कि इस राज के मालिक सिर्फ वे है। उन्होंने कहा- आने वाले दिनों में कई सवालों के जवाब भी देने वाला हूं, लेकिन इसके लिए इंतजार करना होगा।

पूर्व विधायक गुंजल ने पूर्व सीएम अशोक गहलोत और पीसीसी अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा की मौजूदगी में गुरुवार को कांग्रेस जॉइन की थी।
पूर्व विधायक गुंजल ने पूर्व सीएम अशोक गहलोत और पीसीसी अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा की मौजूदगी में गुरुवार को कांग्रेस जॉइन की थी।

कार्यकर्ताओं की मेहनत से आया था राज
गुंजल ने कहा कि जो लोग यह दिखा रहे हैं कि इस राज के मालिक सिर्फ और सिर्फ वो हैं, उनको यह अंदाजा होना चाहिए कि राज लाखों कार्यकर्ताओं की मेहनत के बल पर आया है। राज के मालिक बनने वालों को पता नहीं है कि पिछले राज में प्रहलाद गुंजल और हजारों कार्यकर्ता कितनी बार सड़क पर कांग्रेस के खिलाफ झंडा लेकर उतरे, सैकडों कार्यकर्ताओं पर आधा-आधा दर्जन मुकदमे दर्ज हुए हैं। कार्यकर्ताओं की इस कीमत पर राज आया है।

गुंजल बोले- कार्यकर्ताओं की मेहनत से यह राज आया है। कोई दिल्ली से कोटा सत्ता का आनंद भोगने वालों के बूते यह राज नहीं आया। जिस कार्यकर्ता के पसीने की कीमत को ठोकर मार दी जाए, यह मरी हुई आत्मा के लोग बर्दाश्त कर सकते हैं, लेकिन मैं यह बर्दाश्त नहीं कर सकता हूं। मैं इस जिल्लत से बाहर आ गया हूं।

चालीस साल तक बीजेपी की विचारधारा के साथ काम करने और अचानक इस बदलाव को लेकर गुंजल ने कहा कि पार्टी में अब विचारधारा बची ही नहीं है। विचार के प्रचार का बस प्रोपेगैंडा बचा है।

कांग्रेस जॉइन करने के बाद गुंजल ने सीएम भजनलाल पर निशाना साधते हुए कहा था कि मैं किसी की चमचागिरी करने नहीं आया।
कांग्रेस जॉइन करने के बाद गुंजल ने सीएम भजनलाल पर निशाना साधते हुए कहा था कि मैं किसी की चमचागिरी करने नहीं आया।

कांग्रेस जॉइन के बाद सीएम पर साधा था निशाना
जयपुर में गुरुवार को कांग्रेस जॉइन करने के बाद प्रहलाद गुंजल ने सीएम भजनलाल शर्मा पर निशाना साधते हुए कहा था- मैं बीजेपी में किसी से जूनियर नहीं हूं। मैं जब पहली बार विधायक था तो आज के मुख्यमंत्री सरपंच बनने की दौड़ में भाग रहे थे। जब मैं दूसरी बार विधायक था तो आज के मुख्यमंत्री पंचायत समिति मेंबर बनने के लिए दौड़ धूप कर रहे थे।

गुंजल ने कहा था- मैं किसी नेता के भाइयों की चमचागिरी करने और किसी नेता की दर-पट्टी बिछाने के लिए राजनीति में नहीं आया।राजनीति का चेहरा मोहरा एक व्यक्ति की दरी पट्टी उठाने तक सीमित हो गया है। लोकतंत्र में सरकारी सुरक्षा की गारंटी होती है, वह डर का कारण नहीं हो। नौजवान कार्यकर्ताओं को हिम्मत के साथ मुकाबला करना चाहिए। जोर और जुल्म राजनीतिक की ताकत बन गई है। सत्ता के बूते खुद्दारी को खरीदने का प्रयास किया जा रहा है।

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