राजस्थान में कल से नहीं उठेगा कचरा:सफाई कर्मचारियों ने हड़ताल का ऐलान किया, बोले- मांगें पूरी होने तक नहीं करेंगे काम
राजस्थान में कल से नहीं उठेगा कचरा:सफाई कर्मचारियों ने हड़ताल का ऐलान किया, बोले- मांगें पूरी होने तक नहीं करेंगे काम

जयपुर : प्रदेश के नगरीय निकायों में सफाई कर्मचारी की भर्ती प्रक्रिया के विरोध में सफाई कर्मचारियों ने हड़ताल का ऐलान किया है। जयपुर नगर निगम हेरिटेज मुख्यालय पर आज (सोमवार) संयुक्त वाल्मीकि एवं सफाई श्रमिक संघ ने बैठक बुलाई थी।
संघ के अध्यक्ष नंदकिशोर डंडोरिया ने बताया कि राज्य सरकार 24,797 पदों पर सफाई कर्मचारियों की भर्ती लॉटरी से साल 2018 की तर्ज पर कर रही है। इसका हम विरोध करते हैं। बैठक में हमने आगामी आंदोलन की रूपरेखा पर चर्चा की। बैठक में सभी ने एकमत होकर सामूहिक अवकाश पर रहने का फैसला किया। हमारी प्रमुख मांगें हैं कि सफाई कर्मचारी भर्ती मस्टरोल से की जाए। जिन अभ्यर्थियों ने नगर निगम में काम किया है, उनको सफाई कर्मचारी भर्ती 2024 में प्राथमिकता दी जाए।

इसके अलावा जिन अभ्यर्थियों के कोर्ट केस चल रहे हैं, उनको और वाल्मीकि समाज के लोगों को प्राथमिकता दी जाए। चुनाव आचार संहिता की आड़ में सफाई कर्मचारी भर्ती रोकी नहीं जाए। उन्होंने कहा कि जब तक हमारी मांगें पूरी नहीं होती है, तब तक जयपुर शहर समेत पूरे राजस्थान के सफाई कर्मचारी सामूहिक अवकाश लेकर सफाई कार्य का बहिष्कार करेंगे।
बता दें कि प्रदेश में करीब 50 हजार और राजधानी जयपुर में 8 हजार 500 से ज्यादा सफाई कर्मचारी हैं। इनके हड़ताल पर जाने से सफाई व्यवस्था गड़बड़ा जाएगी। इस हड़ताल में गैर वाल्मीकि समाज के कर्मचारी शामिल नहीं होंगे। जयपुर समेत तमाम निकायों में इनकी संख्या 5 हजार से ज्यादा हैं।
इससे पहले अप्रैल 2023 में सफाई कर्मचारियों ने हड़ताल की थी। सफाई कर्मचारियों की भर्ती में वाल्मीकि समाज के कर्मचारियों को 100 प्रतिशत आरक्षण देने की बात को लेकर यह हड़ताल की गई थी। उस समय करीब 5 दिन हड़ताल चली थी। इस दौरान जयपुर में सफाई व्यवस्था चरमरा गई थी और शहर में जगह-जगह कचरे के ढेर लग गए थे।
पहले भी किया था विरोध
इससे पहले भी जनवरी में भर्ती प्रक्रिया शुरू करवाने की मांग को लेकर संघ ने प्रदर्शन किया था। उस समय भी संघ से जुड़े कर्मचारियों ने हड़ताल की चेतावनी दी थी। कर्मचारियों ने उस समय भर्ती में एग्जाम देने की प्रक्रिया का विरोध किया था। यूडीएच मंत्री का प्रभार संभालने के बाद मंत्री झाबर सिंह खर्रा ने कहा था कि हम एग्जाम के जरिए भर्ती करवाने पर विचार कर रहे हैं।