लेडी प्रधानाचार्य से दुर्व्यवहार का मामला:जांच टीम ने डाइट लेक्चरर व शिक्षा उप निदेशक को दोषी माना, आवश्यक कार्रवाई के लिए जांच आगे भेजी
लेडी प्रधानाचार्य से दुर्व्यवहार का मामला:जांच टीम ने डाइट लेक्चरर व शिक्षा उप निदेशक को दोषी माना, आवश्यक कार्रवाई के लिए जांच आगे भेजी

झुंझुनूं : लेडी प्रधानाचार्य से दुर्व्यवहार के मामले की जांच में टीम ने झुंझुनूं डाइट व्याख्याता परमेंद्र कुल्हार व उप निदेशक उर्मिला चौधरी को दोषी माना है। जांच टीम ने दोनों के खिलाफ आवश्यक कार्रवाई के लिए माध्यमिक शिक्षा निदेशक को जांच रिपोर्ट भेजी है। गौरतलब है कि झुंझुनूं के मुकुन्दगढ़ की सरकारी स्कूल की महिला प्रधानाचार्य ने झुंझुनूं डाइट में कार्यरत लेक्चरर परमेंद्र कुल्हार पर फोन पर गलत बातें व मैसेज करने का आरोप लगाए थे। शिक्षा मंत्री व कलेक्टर से लिखित में शिकायत की थी। जिसमें लिखा था कि डाइट लेक्चरर परमेंद्र कुल्हार पर लगातार प्रताड़ित कर रहा है। जब वह बुडाना में लेक्चरर के पद पर थी तब परमेन्द्र फोन व मैसेज कर गलत बातें करने की कोशिश करता था। उसे ऐसा न करने के लिए धमकाया तो वह प्रताड़ित करने लगा है।
जब परमेंद्र समसा में पीओ के रूप में कार्यरत था, तब निरीक्षण के बहाने उसकी स्कूल आया। वह नहीं मिली तो स्टाफ के सामने उसके बारे में गलत बातें कही और एक दिन घर तक पहुंचकर एपीओ कराने की धमकी दी। उसके बाद 6 फरवरी 2024 को परमेंद्र कुल्हार राजस्थान स्कूल शिक्षा परिषद जयपुर से उप निदेशक उर्मिला चौधरी को साथ लेकर वह मेरे स्कूल आ गया। वहां 3 घंटे तक उसे व अन्य टीचर्स को विद्यार्थियों के सामने डांट-फटकार लगाई। अपमानित किया और एपीओ या सस्पेंड करवाने की धमकी दी। जबकि वह और स्टाफ स्कूल में समय पर आते हैं। विद्यालय में कैमरे लगे हैं। इसके बावजूद उर्मिला चौधरी व परमेंद्र ने विजिट रजिस्टर में जान-बूझकर लिखा कि टीचर्स लेट आते हैं। जबकि ऐसा कोई सबूत भी नहीं था। शिकायत में बताया था कि जब भी उर्मिला चौधरी आती हैं तो डाइट लेक्चरर परमेंद्र अनाधिकृत रूप से दो दिन दौरे पर रहता है।
कलेक्टर के आदेश पर जांच हुई मामले सामने आने के बाद जिला कलेक्टर ने जांच के निर्देश दिए थे। नवलगढ़ एसडीएम हवाई सिंह यादव ने तहसीलदार व अति मुख्य ब्लॉक शिखा अधिकारी की संयुक्त जांच कमेटी का गठन किया था। दोनों अधिकारियों ने 21 फरवरी को मामले की जांच की। इस मामलें में टीम ने स्कूल में विद्यालय स्टाफ सदस्यों, एसडीएमसी सदस्यों व जनप्रतिनिधियों से प्रधानाचार्य व स्कूल स्टाफ सदस्यों के व्यवहार व अनुशासन के बारे में पूछताछ की। घटना के दिन मौजूद बेसवाल राउमा अंग्रेजी माध्यम स्कूल मुकुंदगढ़ के अध्यापक से हकीकत जानी। छात्राओं के लिखित में बयान लिए। जांच के बाद टीम ने विजिटर रजिस्टर में की गई इनकी टिप्पणी को गलत माना है। साथ ही स्टाफ सदस्यों व प्रधानाचार्य से अशोभनीय व्यवहार करना माना है। इसके आधार पर एडीएम ने दोनों के खिलाफ आवश्यक कार्रवाई के लिए माध्यमिक शिक्षा निदेशक को जांच रिपोर्ट भेज दी है।