चूरू : जिले के साहवा थाना क्षेत्र में शुक्रवार को विवाहिता की संदिग्ध मौत हो गई। पीहर पक्ष के लोगों ने पति, सास, ससुर और ननद पर दहेज के लिए जलाकर हत्या करने का आरोप लगाया है। बेटी की हत्या को लेकर पीहर पक्ष व ग्रामीणों ने शुक्रवार दोपहर साहवा अस्पताल में विरोध प्रदर्शन किया। उन्होंने पुलिस पर दोषियों के खिलाफ कार्रवाई न करने का आरोप लगाया है।
साहवा थानाधिकारी रामकरण सिद्धू ने बताया कि साहवा निवासी स्वाती (27) की शादी 9 जुलाई 2019 को श्रीगंगानगर के सांवलसर निवासी गोपीराम के साथ हुई थी। जिसके एक बेटा और एक बेटी है। दिसम्बर 2023 में स्वाती खाना बनाते समय जल गयी थी। जिस पर ससुराल पक्ष के लोगों ने उसको झुलसी हालत में बीकानेर के पीबीएम अस्पताल में भर्ती करवाया था। पांच फरवरी 2024 को साहवा पुलिस थाना के हैड कॉन्स्टेबल महेन्द्रराम ने स्वाती के पर्चा बयान लिये।
पर्चा बयान में स्वाती ने बताया कि 21 दिसम्बर को ससुराल के लोग खेत में काम कर रहे थे। मैंने उनके लिए खाना बनाया था। इस दौरान सास शर्मिला आई और मुझे जलते हुए चूल्हे में धक्का दे दिया। वहीं मुझे साइड में कर शरीर पर पानी डाल दिया। शोर मचाने पर सभी लोग एकत्रित हो गये। दो तीन दिन बाद मुझे बीकानेर के पीबीएम अस्पताल लेकर गये। इलाज करवाने के बाद मुझे ससुराल सांवलसर ले गए। थानाधिकारी ने बताया कि गुरुवार रात विवाहिता की साहवा के गवर्नमेंट अस्पताल में इलाज के दौरान मौत हो गई।
विवाहिता की मौत के बाद पीहर और ग्रामीणों को गुस्सा फूट पड़ा। परिजनों का आरोप है कि समय रहते अगर पुलिस कार्रवाई करती तो आज यह दिन नहीं आता। ग्रामीण व परिजनों ने दोषी पुलिस कर्मियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई और ससुराल पक्ष के दोषी लोगों को तुरंत गिरफ्तार करने की मांग की है। कार्रवाई न होने तक शव नहीं उठाया जाएगा।