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अवैध खनन और ओवरलोड वाहनों पर रोक नहीं:पुलिस थाने के सामने से बिना किसी रोक टोक के आसानी से निकल जाते वाहन


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अवैध खनन और ओवरलोड वाहनों पर रोक नहीं:पुलिस थाने के सामने से बिना किसी रोक टोक के आसानी से निकल जाते वाहन

अवैध खनन और ओवरलोड वाहनों पर रोक नहीं:पुलिस थाने के सामने से बिना किसी रोक टोक के आसानी से निकल जाते वाहन

उदयपुरवाटी : पिछले दिनों सरकार द्वारा अवैध खनन और ओवरलोड वाहनों के खिलाफ अभियान चलाया गया था। लेकिन इसका कोई असर नहीं हुआ। न तो ओवरलोड वाहनों पर रोक लगी और न ही अवैध खनन पर। अवैध खनन की वजह से लोगों को अधिक मूल्य चुकाना पड़ रहा है। बजरी की ट्राली दो माह पहले 4 हजार रुपए में मिल जाती थी, लेकिन अब पांच हजार रुपए ले रहे हैं। ज्यादातर बिकने वाली 20 एमएम रोड़ी दो माह पहले 40 से 42 रुपए में आसानी से मिल जाती थी। लेकिन अब 50 रुपए क्विंटल से कम नहीं मिल रही है। पत्थर की ट्राली दो माह पहले 2500 रुपए में डालते थे। अब ये 3500 रुपए ले रहे हैं।

क्या कहते हैं उपभोक्ता

मनोज कुमार ने बताया कि दो माह पहले मकान का काम शुरू किया तब बजरी की ट्राली चार हजार रुपए में आती थी। लेकिन अब 5 हजार रुपए लेकर भी नखरे करते हैं। वंशीधर ने बताया कि कंकरीट और बजरी की दरों में पिछले दो माह में 20 से 25 प्रतिशत तक बढ़ोतरी हो गई है।

सड़क से गुजरता ओवरलोड वाहन।
सड़क से गुजरता ओवरलोड वाहन।

गरीब हो गए बेरोजगार, एप्रोच वालों की बल्ले-बल्ले

ट्रैक्टर से निर्माण सामग्री इधर-उधर डालकर रोजी-रोटी कमाने वाले गरीब ट्रेक्टर ड्राइवर एक प्रकार से बेरोजगार से हो गए हैं। भारी जुर्माना और मुकदमे के डर से वे अवैध खनन के कारोबार से दूरी बनाए हुए हैं। एप्रोच वाले ओवरलोड वाहन बढ़ा हुआ किराया लेकर पुलिस थाने के सामने से बिना किसी रोक टोक के आसानी से निकल जाते हैं।

थाना प्रभारी उदयपुरवाटी मांगीलाल मीणा का कहना है कि अधिकारी अवैध खनन के खिलाफ अभियान में खनिज विभाग, प्रशासन, परिवहन और पुलिस की टीम संयुक्त रूप से कार्रवाई करती है। पुलिस अकेली सक्षम नहीं है, अगर दूसरे अधिकारी कार्रवाई करते हैं तो हम हर समय तैयार रहते हैं।

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