यमुना के पानी की मांग को लेकर किसानों के गांवों में धरने जारी, 8 फरवरी को निकालेंगे ट्रेक्टर मार्च
झुंझुनूं जिले में यमुना नहर की पानी की मांग को लेकर लगातार आंदोलन जारी है. करीब दो दर्जन से अधिक गांवों में किसानों व ग्रामीणों ने धरने शुरू कर दिए है. इसी क्रम में चिड़ावा के समीप सुलताना बाईपास सड़क मार्ग पर संचालित किसानों का धरना 22वें दिन भी जारी हैं.

जनमानस शेखावाटी संवाददाता : चंद्रकांत बंका
झुंझुनूं : झुंझुनूं जिले में यमुना नहर की पानी की मांग को लेकर लगातार आंदोलन जारी है. करीब दो दर्जन से अधिक गांवों में किसानों व ग्रामीणों ने धरने शुरू कर दिए है. इसी क्रम में चिड़ावा के समीप सुलताना बाईपास सड़क मार्ग पर संचालित किसानों का धरना 22वें दिन भी जारी हैं. धरने की अध्यक्षता कर रहे किसान नेता महिपाल थाकन ने बताया कि लगातार जल स्तर गिरने से खेती यह विलुप्त सी होने लगी है. अगर जल्द जिले को नहर का पानी नहीं मिला तो किसानों को रोजगार के लिए खेती छोड़कर अन्यत्र पलायन करना पड़ेगा.
- यमुना के पानी की मांग को लेकर किसानों के गांवों में धरने जारी
- झुंझुनूं जिले के दो दर्जन से अधिक गांवों में किसानों का धरना जारी
- सुलताना में किसानों का अनिश्चितकालीन धरना 22वें दिन जारी
- सुलताना और आस—पास के किसान 8 फरवरी को निकालेंगे ट्रेक्टर मार्च
- किसानों की 12 फरवरी को जिला मुख्यालय पर बड़े प्रदर्शन की तैयारी
8 फरवरी को सुलताना और आसपास के गांवों के किसान ट्रेक्टर मार्च निकालेंगे. ट्रेक्टर मार्च के लिए किसानों की टोली गांव गांव जाकर पीले चावल देकर किसानों को न्यौता दे रही हैं. 1994 में पांच राज्यों के बीच हुए यमुना जल समझौते के तहत झुंझुनूं जिले को जल्द ही ईआरसीपी की तरह ही हरियाणा से एमओयू करते हुए पानी दिलवाना चाहिए ताकि वापस से यहां की खेती पुनर्जीवित हो सके और यहां के खेत फिर से लहलहा सके.