मेरी सारी हड्डियां तोड़ दी, 19 महीने से बिस्तर पर हूं…विधायक की गुंडागर्दी का शिकार बने इंजीनियर का दर्द छलका
Electrical Dalit Engineer Admitted In Jaipur Hospital For 19 Months दलित इंजीनियर ने अपने साथ हुए हादसे के बारे में बताया। कि कैसे गहलोत के विधायक ने उनके साथ मारपीटकर उनकों असहाय बना दिया।
Electrical Dalit Engineer Admitted In Jaipur Hospital For 19 Months:जयपुर निवासी दलित इंजीनियर ने अपने साथ हुए हादसे के बारे में बताया। कि कैसे गहलोत के विधायक ने उनके साथ मारपीटकर उनकों असहाय बना दिया। 28 मार्च 2022 की सुबह राजस्थान के धौलपुर में बिजली विभाग के 28 वर्षीय सहायक अभियंता हर्षाधिपति वाल्मिकी के लिए हमेशा की तरह बिजली बिल जमा करने के सरकार के अभियान के हिस्से के रूप में अपनी टीम के साथ एक गांव में गए थे। बिजली बिल का भुगतान न करने की वजह से मैने वहां के लोगों से बिल जमा करने का आग्रह किया। जिस पर गांव के लोग भड़क गए और मेरे साथ मारपीट करना शुरू कर दिया।
जयपुर के एसएमएस अस्पताल में हर्षाधिपति वाल्मिकी धातु के ब्रेसिज़ से ढंके हुए और कई घावों के निशान वाले अपने घायल पैर को घूर रहे हैं। लगभग 19 महीने हो गए हैं जब 28 वर्षीय व्यक्ति बिना किसी सहारे के चल सका हो। अस्पताल में अपने कमरे में हर्षाधिपति दिन भर बिस्तर पर ही रहते हैं। कभी-कभी, वह बाहर के ट्रैफ़िक को देखने के लिए खिड़की से बाहर झाँकते हैं। एक सरकारी डॉक्टर ने कहा कि हर्षाधिपति को कई फ्रैक्चर हुए हैं, जिसमें फीमर का फ्रैक्चर भी शामिल है।
विधायक के लोगों ने की मारपीट
दलित इंजीनियर ने बताया कि मै कुछ वरिष्ठ अधिकारियों के साथ बैठक कर रहा था, तभी विधायक कुछ अन्य लोगों के साथ मेरे केबिन में घुस आए। और अभ्रदता करने लगे। वह तेरी इतनी हिम्मत की तू ठाकुरों के गांव के कनेक्शन काटेगा? (तुम्हारी एक ठाकुर गांव की बिजली आपूर्ति काटने की हिम्मत कैसे हुई)। फिर, उसने वह कुर्सी मेरे चेहरे पर फेंक दी और उसके लोगों ने मुझे लाठी, बल्ले, रॉड और जो कुछ भी वे कर सकते थे, से पीटना शुरू कर दिया। उन्होंने मेरे शरीर की हर हड्डी तोड़ दी और मुझे इतना मारा जितना कोई किसी को मार सकता था। और फिर, उन्होंने मुझे मरने के लिए छोड़ दिया। जो लोग मेरे साथ उस कमरे में थे वे अपनी जान बचाने के लिए भाग गए।
सरकारी अभियान का हिस्सा थे इंजीनियर वाल्मिकी
हर्षाधिपति वाल्मिकी ने घटना को याद करते हुए बताया कि बिजली बिल के लिए मै उन गांवो में जाया करता था। जहां लोगों ने कई वर्षों से बिल का भुगतान नहीं किया है। हमारी टीम उनसे अपना बकाया बिल चुकाने का आग्रह करती थी। मैंने देखा कि लोग अक्सर मेरी जाति पूछते थे। मेरे दलित होने की वजह से एक बार तो गांव के लोगों ने मुझे घेर लिया और पूछा कि मैंने ठाकुरों के गांव में घुसने की तुमने हिम्मत कैसे की। गांव के एक शख्स ने मेरी फोन पर विधायक गिरराज सिंह मलिंगा से बात कराई। विधायक ने मेरे साथ दुर्व्यवहार किया और धमकी दी, और कहा कि दोबारा गांव में दिख मत जाना।
विधायक मलिंगा पर हमला करने का आरोप
वाल्मिकी ने आरोप लगाते हुए बताया कि राजपूत समुदाय से तीन बार के कांग्रेस विधायक मलिंगा ने अपने साथियों के साथ 28 मार्च को उनके कार्यालय में घुसकर उन पर हमला किया। घायल होने के बाद आगरा अस्पताल से उन्हे जयपुर के एसएमएस अस्पताल में रेफर किया, जहां से उनका इलाज चल रहा है। उस समय, मलिंगा ने मेरे द्वारा लगायें आरोपों को झूठा और गलत बताया था और दावा किया था। कि कुछ भाजपा नेताओं के कहने पर उनका नाम एफआईआर में शामिल किया गया था। एससी/एसटी (अत्याचार निवारण) अधिनियम सहित अन्य आरोपों के तहत दर्ज की गई एफआईआर में मलिंगा आरोपी हैं।