कांग्रेस ने फिर से रीटा चौधरी को मैदान में उतारा:चौथी बार बनाया उम्मीदवार, यहां एक बार ही जीत पाई भाजपा
कांग्रेस ने फिर से रीटा चौधरी को मैदान में उतारा:चौथी बार बनाया उम्मीदवार, यहां एक बार ही जीत पाई भाजपा

लंबे इंतजार के बाद राजस्थान विधानसभा चुनाव को लेकर कांग्रेस ने 33 उम्मीदवारों की अपनी पहली लिस्ट जारी कर दी है। इस लिस्ट में झुंझुनूं जिले की एक सीट पर कांग्रेस ने अपना प्रत्याशी उतारा है।
झुंझुनूं : वहीं 6 सीटों पर प्रत्याशियों की घोषणा बाकी है। झुंझुनूं की मंडावा सीट से कांग्रेस ने फिर से मौजूदा विधायक रीटा चौधरी पर विश्वास जताया है। कांग्रेस ने रीटा को चौथी बार उम्मीदवार बनाया है। रीटा मण्डावा से कांग्रेस की सीट पर दो बार चुनाव जीत चुकी है। जबकि दो बार हार का सामना करना पड़ा है।
रीटा चौधरी ने 2008 में मंडावा सीट से पहला विधानसभा चुनाव लड़ा था। 2013 में कांग्रेस से टिकट कट गई। निर्दलीय चुनाव लड़ा और निर्दलीय प्रत्याशी नरेन्द्र खीचड़ से हार का सामना करना पड़ा। उसके बाद 2018 में पार्टी ने दोबारा विश्वास जताया और प्रत्याशी बनाया। लेकिन भाजपा ने नरेन्द्र को टिकट देकर मैदान में उतारा।
रीटा को दोबारा हार का मुंह देखना पड़ा। 2019 में हुए एमपी के चुनाव में भाजपा ने नरेन्द्र को प्रत्याशी बनाया तो यह सीट खाली हो गई। उपचुनाव में भाजपा ने सुशील सीगड़ा को प्रत्याशी बनाया। वहीं कांग्रेस ने फिर से रीटा चौधरी को मैदान में उतारा। रीटा ने उपचुनाव में 33704 वोट से भाजपा को हराते हुए वापस की। अब कांग्रेस ने दोबारा रीटा पर विश्वास जताया है।
रीटा चौधरी वर्सेज नरेन्द्र खीचड़
इधर भाजपा ने मंडावा से सीट से नरेन्द्र खीचड़ को प्रत्याशी बनाकर मैदान में उतारा है। दोनों में कड़ा मुकाबला देखने को मिलेगा। भाजपा यहां एक बार ही जीत दर्ज कर पाई है। 2018 में पहली बार नरेन्द्र कुमार ने ही भाजपा से जीत दर्ज की थी। भाजपा के लिए यह सीट काफी मुश्किल भरी रही है। यहां से कांग्रेस के तीन प्रदेशाध्यक्ष रह चुके। रीटा कांग्रेस के दिग्गज नेता पीसीसी चीफ रहे रामनारायण चौधरी की पुत्री हैं।