स्वतंत्रता सेनानी रामेश्वर लालजी चैघरी की जयंती मनाई
स्वतंत्रता सेनानी रामेश्वर लालजी चैघरी की जयंती मनाई

नवलगढ़ : जांगिड अस्पताल परिसर में बाय निवासी प्रसिद्ध स्वतंत्रता सेनानी रामेश्वर लालजी चैघरी की जयंती पर उनकी फोटो पर अतिथियों द्वारा पुष्प अर्पित कर श्रद्धा सुमन अर्पित किये गये। कार्यक्रम मे पूर्व अंतराष्ट्रीय अध्यक्ष डाॅ दयाशंकर जांगिड ने बताया कि 6 जनवरी 2022 में उनका 104 वर्ष की उम्र में स्वर्गवास हो गया था। वे कई वर्षो तक बाय के सरपंच रहे तथा चैधरी हरलाल सिंह के साथ व अन्य नवलगढ के साथियों के साथ स्वतंत्रता आंदोलन में सक्रिय हो गये। उस समय जागीरदारों का राज था। उनका विरोध किया। 10 साल तक उनको छुप छुपकर जीना पड़ा और आंदोलन में सक्रिय रहे।
वे गांधीवादी विचारधारा के थे तथा कटटर कांग्रेसी थे। सादा जीवन उच्च विचार के उदाहरण थे। वे कहते थे मोटा खाओ मोटा पहनो तथा मोटा सोचो। वे हमेशा खादी पहनते थे। छोटी मोटी बातो का विचार नहीं करते थे। सकारात्मक सोच के धनी थे। रूढीवादी विचारधारा के कटटर विरोधी थे। अपने फार्म हाउस पर विभिन्न प्रकार के फल सब्जियों की खेती कर आदर्श किसान की भांति रहते थे। नशामुक्ति के पक्षधर थे। मधुर स्वभाव मधुर वाणी उनका व्यक्तित्व था। राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत उनका बहुत आदर करते थे। उनका सम्मान करने बाय भी आये थें। वे जयपुर भी उनका सम्मान करते थे।
राजस्थान के राज्यपाल तथा देश के राष्ट्रपति अपने अपने काल मे उनका सम्मान करते थे। बहुत सी संस्थाओ द्वारा समय समय पर उनका सम्मान किया जाता था। वे अलायंस क्लब बीकेएस के सरंक्षक भी रहे। उनके जीवन से हमें लंबी उम्र की शिक्षा लेनी चाहिये। यही उनको सच्ची श्रद्धांजलि है। प्रांतपाल जगदीश प्रसाद जांगिड ने अपने उदबोधन मे कहा कि सादगी प्रिय चैधरी पुरानी रूढिवादियों को छोड़कर नये जमाने की बात करते थे। स्काउट गाइड के मुरली मनोहर चोबदार ने कहा कि वे बड़े सरल स्वभाव के थे। संगीत साहित्य सांस्कृतिक कार्यक्रम में रूचि रखते थें तथा कविता भी करते थे।
पूर्व प्रांतपाल संजय बासोतिया ने भी उनके जीवन पर प्रकाश डाला। कार्यक्रम में क्लब अध्यक्ष सुहित पाडिया, इन्द्र के अध्यक्ष पंकज शाह पीआरओ सुरेन्द्र ख्यालिया , डाॅ मनीष डाॅ मीनाक्षी डाॅ शिखरचंद जैन रमाकांत सोनी गंगाधर मील आदि उपस्थित रहे।