[pj-news-ticker post_cat="breaking-news"]

पुहानियां करंट हादसे में डिस्कॉम ने की कार्रवाई:जेईएन व लाइनमैन को किया सस्पेंड, ग्रामीणों ने लगाया था लापरवाही का आरोप


निष्पक्ष निर्भीक निरंतर
  • Download App from
  • google-playstore
  • apple-playstore
  • jm-qr-code
X
झुंझुनूंटॉप न्यूज़राजस्थानराज्यसिंघाना

पुहानियां करंट हादसे में डिस्कॉम ने की कार्रवाई:जेईएन व लाइनमैन को किया सस्पेंड, ग्रामीणों ने लगाया था लापरवाही का आरोप

पुहानियां करंट हादसे में डिस्कॉम ने की कार्रवाई:जेईएन व लाइनमैन को किया सस्पेंड, ग्रामीणों ने लगाया था लापरवाही का आरोप

सिंघाना : पुहानियां में करंट लगने से बाइक सवार युवक-युवती जिंदा जलने के मामले में बिजली विभाग की ओर से कार्रवाई करते हुए रविवार देर शाम को आदेश जारी कर जेईएन व लाइनमैन को सस्पेंड कर दिया गया। ग्रामीणों ने बिजली विभाग पर लापरवाही बरतने का आरोप लगाते हुए बिजली विभाग के कर्मचारियों के खिलाफ कार्रवाई करने की मांग की गई थी।

ग्रामीणों की मांग पर एमडी एन एस निर्वाण में पूरे मामले की जानकारी जुटाई और झुंझुनू एसई को मामले में कार्रवाई करने के निर्देश दिए गए थे। जिस पर एसई आरपीएस ढाका ने बिजली विभाग के अधिकारियों व कर्मचारियों की लापरवाही मानते हुए जेईएन निधि मिश्रा व लाइनमैन शीशराम को सस्पेंड कर दिया गया है।

इस दौरान जेईएन निधि मिश्रा का मुख्यालय झुंझुनू रहेगा, जबकि लाइनमैन शीशराम का मुख्यालय मुकुंदगढ़ किया गया है। ग्रामीणों ने आरोप लगाया था कि जिस कुएं पर 11 केवी की लाइन लगी हुई थी, उस कुएं का बिजली का कनेक्शन 14 साल पहले कट चुका था। इसके बावजूद भी विभाग ने लाइन को नहीं उतरा। इसके अलावा ग्रामीणों की ओर से लटकते हुए तारों को लेकर कई बार विभाग को अवगत करवाए जाने के बावजूद भी बिजली विभाग के अधिकारियों व कर्मचारियों ने मामले को गंभीरता से नहीं लिया। इसके बाद 11 केवी बिजली सप्लाई लाइन का तार टूटकर मुख्य रास्ते में गिर गया और उसकी चपेट में आ जाने से चितौसा निवासी प्रवीण कुमार व पुहानिया निवासी रवीना आ गए, जिससे जिंदा ही जल जाने से दोनों की मौके पर ही मौत हो गई थी।

हादसे के बाद आक्रोशित ग्रामीणों ने मुआवजे व अधिकारियों पर लापरवाही बरतने का आरोप लगाते हुए सिंघाना थाने का घेराव किया था। इसके बाद भैसावता कला में सिंघाना-झुंझुनू सड़क मार्ग को साढ़े तीन घंटे जाम कर दिया गया था। इस दौरान प्रशासन और ग्रामीणों के बीच बिजली विभाग के लापरवाह अधिकारियों व कर्मचारियों के खिलाफ कार्रवाई करने मुआवजे सहित विभिन्न मांगों पर सहमति बनने के बाद ही ग्रामीणों की ओर से लगाए गए जाम को हटाया गया था।

Related Articles