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तहसीलदार सुनील कुमार मिल ने जसरापुर अन्नपूर्णा रसोई का किया निरीक्षण:भोजन की गुणवत्ता, साफ-सफाई और व्यवस्थाओं का लिया जायजा


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तहसीलदार सुनील कुमार मिल ने जसरापुर अन्नपूर्णा रसोई का किया निरीक्षण:भोजन की गुणवत्ता, साफ-सफाई और व्यवस्थाओं का लिया जायजा

तहसीलदार सुनील कुमार मिल ने जसरापुर अन्नपूर्णा रसोई का किया निरीक्षण:भोजन की गुणवत्ता, साफ-सफाई और व्यवस्थाओं का लिया जायजा

जनमानस शेखावाटी संवाददाता : विजेन्द्र शर्मा

खेतड़ी : खेतड़ी उपखंड क्षेत्र के जसरापुर ग्राम पंचायत भवन के पास स्थित राज्य सरकार की अन्नपूर्णा रसोई संख्या 28 का तहसीलदार सुनील कुमार मिल ने औचक निरीक्षण किया। निरक्षण के दौरान उनके साथ बीसीएमओ डॉ. हरीश यादव और अतिरिक्त विकास अधिकारी मुकेश तुन्दवाल भी मौजूद थे। निरीक्षण का मुख्य उद्देश्य आमजन को उपलब्ध कराए जा रहे भोजन की गुणवत्ता, साफ-सफाई और अन्य व्यवस्थाओं का जायजा लेना था।

तहसीलदार सुनील मिल ने सर्वप्रथम रसोईघर का गहन निरीक्षण किया।उन्होंने भोजन बनाने की प्रक्रिया, उपयोग किए जा रहे कच्चे माल, सब्जियों की ताजगी और राशन की मात्रा की बारीकी से जांच की। इसके अतिरिक्त, रसोई परिसर की साफ-सफाई, बर्तनों की स्वच्छता और भोजन परोसने की व्यवस्थाओं का भी अवलोकन किया गया। निरीक्षण के दौरान, तहसीलदार ने भोजन करने आने वाले लोगों के लिए बैठने की व्यवस्था, छाया, पेयजल और समग्र स्वच्छता की स्थिति का भी जायजा लिया। उन्होंने रसोई संचालक ललिता खींची राजीविका से भोजन की मात्रा, प्रतिदिन आने वाले लाभार्थियों की संख्या और टोकन वितरण प्रक्रिया के संबंध में जानकारी ली और आवश्यक दिशा-निर्देश जारी किए। निरीक्षण के उपरांत, तहसीलदार सुनील मिल ने स्वयं टोकन लेकर अन्नपूर्णा रसोई में भोजन किया।

भोजन चखने के बाद उन्होंने गुणवत्ता पर संतोष व्यक्त किया और निर्देश दिए कि भविष्य में भी स्वच्छता, गुणवत्ता और नियमितता इसी प्रकार बनाए रखी जाए।अन्नपूर्णा रसोई की संचालक ललिता खींची (राजीविका) ने बताया कि रसोई का संचालन प्रतिदिन सुबह 8:30 बजे से दोपहर 3:00 बजे तक और शाम 5:30 बजे से रात 9:30 बजे तक किया जाता है। आमजन को मात्र 8 रुपये में भोजन उपलब्ध कराया जाता है, जिसमें एक हरी सब्जी, दाल, अचार, चपाती और चावल शामिल होते हैं।

उन्होंने यह भी बताया कि जसरापुर की अन्नपूर्णा रसोई सुचारू रूप से संचालित हो रही है। सुबह और शाम दोनों समय बड़ी संख्या में लोग यहां भोजन करने आते हैं। प्रतिदिन औसतन लगभग 200 टोकन वितरित होते हैं, जो दर्शाता है कि योजना का लाभ स्थानीय लोगों तक पहुँच रहा है। निरीक्षण के दौरान अधिकारियों ने योजना को प्रभावी ढंग से संचालित रखने पर बल दिया। इस अवसर पर समाजसेवी झंडूराम गुर्जर और राजेश जलन्द्रा भी उपस्थित रहे।

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