प्रस्तावित रेलवे लाइन के लिए अधिग्रहित की जा रही जमीनों की मुआवजा राशि कम देने पर जताया विरोध
प्रस्तावित रेलवे लाइन के लिए अधिग्रहित की जा रही जमीनों की मुआवजा राशि कम देने पर जताया विरोध
जनमानस शेखावाटी संवाददाता : रविन्द्र पारीक
नवलगढ़ : नवलगढ़ से बेरी भजनगढ़ गोठड़ा तक सीमेंट प्लांट के लिए डाली जाने वाली रेलवे लाइन को लेकर किसान फिर विरोध में आ खड़े हुए हैं। किसानों ने किसान नेता विजेंद्रसिंह काजला के नेतृत्व में सीकर जिला कलक्टर को ज्ञापन देकर भूमि अवाप्ति के लिए जारी अवार्ड राशि को कम बताया। किसानों ने जारी की गई मुआवजा राशि को कम बताते हुए बेसकीमती जमीन का बाजार मूल्य तय कर मुआवजा देने की बात कही।
DLC दरों के आधार पर तय किया मुआवजा ऊँट के मुंह जीरे के समान है। किसानों ने बताया कि सीकर शिक्षा नगरी बनने के कारण जमीनों के भाव करोड़ो रुपए प्रति बीघा हो गए हैं। इसलिए बाजार भाव तय किया मुआवजा को किसान स्वीकार कर सकते हैं। किसानो के मुआवजा राशि लिए बगैर जमीन का नामांतरण रेलवे के नाम करने पर भी किसानों ने गहरी आपत्ति जताते हुए इस पर भारी असंतोष दिखाया है।
किसानों ने जिला कलक्टर मुकुल शर्मा को दिए ज्ञापन मे पूर्व में किए सर्वे को किसान विरोधी बताते हुए दुबारा नए तरीके से सर्वे करने की बात रखी। जिस पर जिला कलेक्टर ने SDM सीकर को जांच के आदेश दिये हैं। किसानों ने सर्वे मे पेड़ पौधे, मकान, ट्यूबवेल, बाड़ा आदि की जारी राशि को बहुत कम बताया। इसको अलग अलग दिखाने के लिए कहा। साथ की किसानो को होने वाली विभिन्न परेशानियों को बताते हुए उनके पुनर्वास और रोजी रोटी का पुख्ता प्रबंध करने पर भी जोर दिया।
इस अवसर पर मामराज मूंड, मेघाराम राड, सरजीत फांडन, ताराचंद भास्कर, मोहम्मद फारुक, जगदीश कुमावत सहित कई किसान मौजूद रहे। गौरतलब है कि इस रेलवे लाइन क्षेत्र में सीकर जिले के तीन गाँव भजनगढ़, स्वरूपपुरा और भोज्याना के हजारों किसान प्रभावित होंगे।
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