[pj-news-ticker post_cat="breaking-news"]

झुंझुनूं में 12 शहीदों वीरांगनाओं का सम्मान:राजपुताना राइफल्स की याद में मनाया इच्छामति दिवस; शहीद स्मारक पर श्रद्धांजलि दी


निष्पक्ष निर्भीक निरंतर
  • Download App from
  • google-playstore
  • apple-playstore
  • jm-qr-code
X
झुंझुनूंटॉप न्यूज़राजस्थानराज्य

झुंझुनूं में 12 शहीदों वीरांगनाओं का सम्मान:राजपुताना राइफल्स की याद में मनाया इच्छामति दिवस; शहीद स्मारक पर श्रद्धांजलि दी

झुंझुनूं में 12 शहीदों वीरांगनाओं का सम्मान:राजपुताना राइफल्स की याद में मनाया इच्छामति दिवस; शहीद स्मारक पर श्रद्धांजलि दी

जनमानस शेखावाटी संवाददाता : चंद्रकांत बंका

झुंझुनूं : वीरभूमि झुंझुनूं में सोमवार को 12 राजपुताना राइफल्स (इच्छामति बटालियन) का ‘इच्छामति दिवस’ पूर्ण सैन्य अनुशासन, गरिमा और राष्ट्रभक्ति के वातावरण में मनाया गया। यह दिवस 15 दिसंबर 1971 के भारत-पाक युद्ध के दौरान बटालियन द्वारा इच्छामति नदी क्षेत्र में प्राप्त ऐतिहासिक विजय और सर्वोच्च बलिदान देने वाले अमर शहीदों की स्मृति को समर्पित रहा। शहीद स्मारक पार्क में आयोजित भव्य श्रद्धांजलि समारोह में बांग्लादेश मोर्चे पर शहीद हुए वीर जवानों को नमन किया गया, जहां बड़ी संख्या में पूर्व सैनिक, सैनिक परिवार और वीरांगनाएं उपस्थित रहीं।

समारोह के मुख्य अतिथि मेजर जनरल पी.एस. राठौड़ रहे, जबकि अध्यक्षता सूबेदार मेजर ऑनरेरी कैप्टन रणजीत सिंह ने की। विशिष्ट अतिथि के रूप में कर्नल आजाद सिंह बेनीवाल और कर्नल राजेश सिंह (सेना मेडल, शौर्य चक्र) मौजूद रहे। अतिथियों ने झुंझुनूं को वीरों की धरती बताते हुए कहा कि इस भूमि ने देश को सर्वाधिक शहीद दिए हैं और यहां की परंपरा आज भी युवाओं को देशसेवा के लिए प्रेरित करती है।

शहीद स्मारक पार्क में मौजूद वीरांगनाएं
शहीद स्मारक पार्क में मौजूद वीरांगनाएं

बटालियन के वर्तमान कमांडिंग ऑफिसर कर्नल दिवेश ने शहीदों को नमन करते हुए कहा कि 12 राजपुताना राइफल्स की पहचान उसके अदम्य शौर्य, कठोर अनुशासन और बलिदान से है। उन्होंने जवानों से बटालियन की गौरवशाली परंपराओं को अक्षुण्ण बनाए रखने का आह्वान किया। पूर्व कमांडिंग ऑफिसर ने भी बटालियन की वीर गाथाओं को साझा करते हुए कहा कि यह इकाई सदैव राष्ट्र रक्षा की अग्रिम पंक्ति में रही है।

समारोह का शुभारंभ शहीद स्मारक पर पुष्पांजलि अर्पित कर दो मिनट का मौन रखकर किया गया। इसके पश्चात भारत माता की जय और वीर शहीद अमर रहें के नारों से वातावरण देशभक्ति से गूंज उठा। आयोजन के संयोजक हवलदार केशर सिंह रहे, जबकि उपाध्यक्ष सूबेदार शीशराम और सचिव सूबेदार मेजर ऑनरेरी कैप्टन सुभाष चंद्र ने अतिथियों का स्वागत किया।

वीरांगनाओं को सम्मानित करते हुए।
वीरांगनाओं को सम्मानित करते हुए।

इच्छामति दिवस 12वीं बटालियन दी राजपूताना राइफल्स के लिए शौर्य और बलिदान का प्रतीक माना जाता है। यह दिवस हर वर्ष 15 दिसंबर को 1971 के बांग्लादेश मुक्ति युद्ध में इच्छामति नदी क्षेत्र में मिली निर्णायक जीत की स्मृति में मनाया जाता है। इस ऐतिहासिक विजय के उपलक्ष्य में बटालियन को तत्कालीन राष्ट्रपति द्वारा ‘इच्छामति बैटल ऑनर’ से सम्मानित किया गया था, जो बटालियन के इतिहास में स्वर्णाक्षरों में अंकित है। उस युद्ध में बटालियन ने शेदपुर, रंगपुर और विनाजपुर स्थित पाकिस्तानी प्रशिक्षण केंद्रों से हथियार, गोला-बारूद सहित महत्वपूर्ण सैन्य सामग्री पर कब्जा कर दुश्मन की कमर तोड़ने में अहम भूमिका निभाई थी।

समारोह के दौरान शहीदों की पत्नियों, वीरांगनाओं का सम्मान किया गया। इस अवसर पर कमलेश देवी, सुनीता देवी, रजनी देवी, कमला देवी, संपती देवी, अनिता देवी, कंचन देवी, मंजू देवी, सुनीता देवी, आरती देवी, मनोज देवी और गुलाब देवी सहित कुल 12 वीरांगनाओं को सम्मानित कर उनके त्याग और साहस को नमन किया गया। पूरे आयोजन में देशभक्ति, गौरव और बलिदान की भावना स्पष्ट रूप से झलकती रही।

Related Articles