[pj-news-ticker post_cat="breaking-news"]

श्रीमाधोपुर में किसान महापंचायत का प्रदर्शन:ग्रीनफील्ड एक्सप्रेसवे रद्द करने की मांग, कहा-उपजाऊ भूमि प्रभावित होने का अंदेशा


निष्पक्ष निर्भीक निरंतर
  • Download App from
  • google-playstore
  • apple-playstore
  • jm-qr-code
X
टॉप न्यूज़राजस्थानराज्यश्रीमाधोपुरसीकर

श्रीमाधोपुर में किसान महापंचायत का प्रदर्शन:ग्रीनफील्ड एक्सप्रेसवे रद्द करने की मांग, कहा-उपजाऊ भूमि प्रभावित होने का अंदेशा

श्रीमाधोपुर में किसान महापंचायत का प्रदर्शन:ग्रीनफील्ड एक्सप्रेसवे रद्द करने की मांग, कहा-उपजाऊ भूमि प्रभावित होने का अंदेशा

श्रीमाधोपुर : कोटपूतली-किशनगढ़ ग्रीनफील्ड एक्सप्रेसवे को रद्द करने की मांग को लेकर किसान महापंचायत ने सोमवार को रैली निकाली। राष्ट्रीय अध्यक्ष रामपाल जाट के नेतृत्व में उपखंड कार्यालय में तहसीलदार जगदीश प्रसाद बैरवा को मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन सौंपा गया।

मौजूदा रास्ते को 12 लेन करने की मांग

ज्ञापन में कहा-कोटपूतली से किशनगढ़ तक पहले से ही 6 लेन का राष्ट्रीय राजमार्ग मौजूद है, इसलिए एक समानांतर ग्रीनफील्ड एक्सप्रेसवे की आवश्यकता नहीं है। किसानों का सुझाव है कि मौजूदा मार्ग को ही 6 से 12 लेन तक विस्तारित करके यातायात की समस्या का समाधान किया जा सकता है।

किसानों ने बताया कि प्रस्तावित 181 किलोमीटर लंबा एक्सप्रेसवे लगभग 6,500 बीघा सिंचित और बहु फसली उपजाऊ भूमि का अधिग्रहण करेगा। इससे खाद्य सुरक्षा को गंभीर खतरा होगा। एक्सप्रेसवे के कारण कई गांव दो हिस्सों में बंट जाएंगे, जिससे किसानों को अपने खेतों तक पहुंचने के लिए लंबा चक्कर लगाना पड़ेगा और खेती की लागत बढ़ेगी।

कहा-ग्रामीण परिवहन साधनों पर प्रतिबंध से नहीं रहेगी उपयोगिता

ज्ञापन में बताया- इस रास्ते पर ट्रैक्टर, मोटरसाइकिल, स्कूटर और साइकिल जैसे ग्रामीण परिवहन साधनों पर प्रतिबंध रहेगा, जिससे ग्रामीण क्षेत्रों के लिए इसकी उपयोगिता कम हो जाएगी। भूमि अधिग्रहण को ‘लोक प्रयोजन’ की श्रेणी में अनुचित बताते हुए कहा गया कि बड़े पैमाने पर हरियाली और पेड़ों के कटने से पर्यावरण को नुकसान होगा।

किसानों का कहना है कि गांव में अपनी उपज बेचने से उन्हें बेहतर दाम मिलते हैं, लेकिन एक्सप्रेसवे बनने से गांवों की आर्थिक गतिविधियां प्रभावित होंगी और बेरोजगारी बढ़ेगी। किसानों ने राज्य सरकार से ग्रीनफील्ड एक्सप्रेसवे परियोजना को रद्द कर मौजूदा राष्ट्रीय राजमार्ग के उन्नयन पर ध्यान केंद्रित करने की मांग की है।

ये रहे मौजूद

इससे पहले, कृषि उपज मंडी परिसर में किसान महापंचायत की एक सभा आयोजित की गई थी। इसमें राष्ट्रीय अध्यक्ष रामपाल जाट सहित कई वक्ताओं ने किसानों को संबोधित किया। इस अवसर पर पं.स. के पूर्व प्रधान प्रतिनिधि घासीराम यादव, किसान महापंचायत के प्रदेश मंत्री ज्ञानचंद मीणा, प्रदेश महामंत्री सुंदर भावरिया, श्रीमाधोपुर अध्यक्ष सीताराम यादव, प्रदेश प्रवक्ता सुरेश बिजारणियां अलवर, भूराराम यादव, जमन यादव, करण काजला, बहादुर महला, रामदेव सामोता, शीशराम तेतरवाल, सुभाष सामोता, रूड़मल सैनी, सीताराम करीरा सहित बड़ी संख्या में किसान मौजूद थे।

Related Articles