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विरासत दिवस पर खेतड़ी में उमड़ा उत्साह: प्रभात फेरी से लेकर दीपोत्सव तक स्वामी विवेकानंद की ऐतिहासिक स्मृतियाँ हुईं ताज़ा


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विरासत दिवस पर खेतड़ी में उमड़ा उत्साह: प्रभात फेरी से लेकर दीपोत्सव तक स्वामी विवेकानंद की ऐतिहासिक स्मृतियाँ हुईं ताज़ा

विरासत दिवस पर खेतड़ी में उमड़ा उत्साह: प्रभात फेरी से लेकर दीपोत्सव तक स्वामी विवेकानंद की ऐतिहासिक स्मृतियाँ हुईं ताज़ा

जनमानस शेखावाटी संवाददाता : विजेन्द्र शर्मा

खेतड़ी : रामकृष्ण मिशन द्वारा शुक्रवार को विरासत दिवस बड़े उत्साह और धूमधाम से मनाया गया। इस अवसर पर कई कार्यक्रमों का आयोजन किया गया। सुबह रामकृष्ण मिशन से विभिन्न विद्यालयों के विद्यार्थियों ने खेतड़ी कस्बे के मुख्य मार्गों से होते हुए प्रभात फेरी निकाली। प्रभात फेरी को रामकृष्ण मिशन सचिव स्वामी आत्मनिष्ठानंद, नगर पालिका चेयरमैन गीता सैनी, अशोक सिंह शेखावत और लीलाधर सैनी ने हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। कस्बेवासियों ने जगह-जगह पुष्प वर्षा कर फेरी का स्वागत किया। विद्यार्थियों के नारों में स्वामी विवेकानंद और राजा अजीत सिंह की स्मृतियाँ गूंज उठीं।

शाम को राजा अजीत सिंह ने स्वामी विवेकानंद को अपनी बग्गी में बैठाकर रामकृष्ण मिशन से पन्नाशाह तालाब तक भव्य शोभायात्रा निकाली। इस दौरान कस्बेवासियों ने पुष्प वर्षा कर और अपने घरों में घी के दीपक जलाकर स्वागत की परंपरा जीवित रखी। इतिहास के अनुसार, राजा अजीत सिंह ने स्वामी विवेकानंद के आगमन पर 40 मन देसी घी के दीपक जलाकर खेतड़ी को जगमगाया था। उसी परंपरा को पुनर्जीवित करते हुए पन्नाशाह तालाब सहस्त्रों दीपों से प्रकाशित हुआ।

शिकागो विश्व धर्म सम्मेलन में भारत की पताका फहराने के बाद 12 दिसंबर को स्वदेश लौटते समय स्वामी विवेकानंद के खेतड़ी आगमन की स्मृति में हर वर्ष विरासत दिवस मनाया जाता है। यह आयोजन युगपुरुष राजा अजीत सिंह और स्वामी विवेकानंद की मित्रता और उनके संदेश को जनमानस तक पहुँचाने के उद्देश्य से किया जाता है।

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