लग्जरी-कारों में आग लगाने वाला महिला के कपड़ों में मिला:पहाड़ों में छुपकर बैठा था; पत्नी से मिलने बाहर निकला तो पुलिस ने पकड़ा
लग्जरी-कारों में आग लगाने वाला महिला के कपड़ों में मिला:पहाड़ों में छुपकर बैठा था; पत्नी से मिलने बाहर निकला तो पुलिस ने पकड़ा
झुंझुनूं : झुंझुनूं के चूरू बाइपास इलाके में 29 नवंबर को एक कार वर्कशॉप में खड़ी 18 कारों पर पेट्रोल छिड़क कर उन्हें आग लगाने वाले मुख्य आरोपी अनिल कुमावत उर्फ हांडिया को पुलिस ने गिरफ्तार किया है। आरोपी महिला के कपड़े पहनकर मोड़ा पहाड़ के गड्ढों में छुपकर बैठा था। वहां से गुरुवार की देर रात वह अपनी पत्नी से मिलने के लिए बाहर निकला तो मौके पर पहुंची पुलिस ने उसे दबोच लिया। मामले में 4 आरोपी पहले ही गिरफ्तार किए जा चुके है। जबकि 2 नाबालिग भी निरुद्ध किए गए हैं।
महिला के कपड़ों में छुपकर बैठा था
घटना 29 नवंबर की रात करीब 10 बजे हुई थी, जिसका सीसीटीवी भी सामने आया था। इसकी रिपोर्ट अगले दिन 30 नवंबर को दर्ज कराई गई थी। गंभीरता को देखते हुए एसपी के निर्देश पर कोतवाली थानाधिकारी श्रवण कुमार नील के नेतृत्व में विशेष टीमें गठित की गईं। टीमों ने झुंझुनूं, बगड, चिड़ावा, सीकर, जयपुर समेत कई संभावित स्थानों पर दबिश दी। 500 से अधिक सीसीटीवी फुटेज खंगाले।

थानाधिकारी श्रवण कुमार ने बताया- 3 दिसंबर को इनपुट मिला कि मुख्य आरोपी अनिल उर्फ हांडिया पुत्र कजोड़मल कुम्हार निवासी चूरू बाइपास पुलिस के डर से मोड़ा पहाड़ के गड्ढों में छुपा हुआ है। वह रात के अंधेरे में महिला के कपड़े पहनकर अपनी पत्नी से मिलने घर आएगा।
सूचना पर टीम गुरुवार(4 दिसंबर) को मोड़ा पहाड़ बाइपास के पास पहुंची और तलाशी शुरू की। देर रात एक पहाड़ पर महिला जैसे कपड़े पहने एक व्यक्ति बैठा दिखा। पुलिस टीम को देख वह पहाड़ के गड्ढे में कूद गया, जिसे घेराबंदी कर पुलिस ने पकड़ा। यहीं घटना का मास्टरमाइंड अनिल उर्फ हांडिया था।

आरोपी अनिल उर्फ हांडिया पर 9 मामले दर्ज
पुलिस के अनुसार- मुख्य आरोपी अनिल उर्फ हांडिया के खिलाफ विभिन्न थानों में 9 आपराधिक मामले पहले से ही दर्ज हैं। अब अन्य मामलों के साथ फरार अपराधियों के ठिकानों को लेकर पूछताछ की जा रही है।
गैराज में खड़ी 18 लग्जरी कारों को पेट्रोल डालकर जलाया
दरअसल, झुंझुनूं कोतवाली थाने में 30 नवंबर को वर्कशॉप संचालक नासिर पुत्र मोहम्मद असलम ने रिपोर्ट दर्ज कराई थी। बताया कि वह चूरू रोड पर मन्नत मोटर के नाम से वर्कशॉप चलाते हैं। 29 नवंबर 2025 को उन्हें फोन पर सूचना मिली कि विनोद कुमावत, अनिल कुमावत (मुख्य आरोपी), सुनील कुमावत, निखिल कुमावत, निशांत कुमावत, अनुज कुमावत, विपुल (निवासी इंदौर), साबिर, इमरान सोती, रोशन सोती, रिजवान खान उर्फ राजा सहित 10-12 लोगों के गिरोह ने उनके वर्कशॉप पर हमला कर दिया है।
गैराज पहुंचने पर नासिर ने देखा कि वर्कशॉप में खड़ी सभी 18 गाड़ियां जल रही थीं। हमलावरों ने पहले वाहनों के शीशे तोड़े और फिर पेट्रोल बम बनाकर विस्फोट कर दिया, जिससे पूरी वर्कशॉप में आग लग गई। इस भीषण आगजनी में सम्पूर्ण संपत्ति, टीन शेड, अलाइनमेंट मशीन, जनरेटर और वहां खड़ी 18 गाड़ियां जलकर खाक हो गईं। घटना में 3 करोड़ से अधिक के नुकसान का दावा भी किया गया था।
रात 10 बजे वर्कशॉप में उठीं लपटें
मन्नत मोटर्स वर्कशॉप के संचालक, वार्ड 2 आजम नगर निवासी नासिर राठौड़ ने बताया कि वह घटना वाले दिन शाम साढ़े 7 बजे वर्कशॉप बंद करके घर चले गए थे। रात करीब 10-साढ़े 10 बजे पड़ोसियों ने फोन कर बताया कि वर्कशॉप में से आग की लपटें उठ रही हैं। नासिर मौके पर पहुंचे तो होश उड़ गए। वर्कशॉप में आग लगी थी। अंदर खड़ी सभी गाड़ियां आग की चपेट में थीं। रह-रहकर धमाका हो रहा था।
3 दमकलों ने 5 फेरे लगाकर डेढ़ घंटे में पाया काबू
आग फैलने का बड़ा कारण गाड़ियों में भरा पेट्रोल और डीजल बना। जैसे-जैसे टैंक फटते गए, आग और विकराल होती चली गई। पुलिस को सूचना दी गई और नगर परिषद की दमकल पहुंची। आग पर काबू पाने में 3 दमकलों को डेढ़ घंटे लगे। गाड़ियों ने 5 फेरे लगाए।
सीसीटीवी फुटेज में दिखे थे हमलावर
घटना के बाद सामने आए फुटेज में साफ दिख रहा है कि बदमाश वर्कशॉप में घुसे, गाड़ियों के शीशे तोड़े और पेट्रोल छिड़क आग लगा दी। संचालक नासिर के अनुसार- फुटेज में दिख रहे आरोपी वही थे, जिन्होंने 5 दिन पहले तोड़फोड़ की थी। यह सुनियोजित तरीके से पुरानी रंजिश को लेकर किया गया हमला था।
पांच दिन पहले भी पेट्रोल बम फेंके थे
नासिर ने बताया कि 24 नवंबर की रात करीब 11 बजे चूरू बाइपास निवासी अनिल कुमावत और उसके साथियों ने वर्कशॉप के बाहर खड़ी कार में तोड़फोड़ की थी। उस रात बदमाशों ने पेट्रोल बम भी फेंका था। संयोग से आग नहीं लगी थी। सीसीटीवी फुटेज में अनिल कुमावत साफ नजर आया था। अगले ही दिन, 25 नवंबर को नासिर ने कोतवाली में रिपोर्ट दे दी, आरोपियों के नाम स्पष्ट बताए और सबूत भी सौंपे।
उसी रात मन्नत होटल में भी तोड़फोड़ की गई। वहां भी पेट्रोल बम फेंका गया, लेकिन आग नहीं लगी। होटल संचालक सोयब इकबाल ने भी 25 नवंबर को रिपोर्ट दी थी और फुटेज उपलब्ध कराए थे। लेकिन कोई पुलिस कार्रवाई नहीं हुई। शिकायतकर्ताओं के अनुसार, इसी लापरवाही का परिणाम यह हुआ कि बदमाशों का हौसला बढ़ गया और उन्होंने आगजनी की बड़ी वारदात को अंजाम दिया।
अब देखिए- घटना से जुड़ी तस्वीरें




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