राजकीय भरतीया अस्पताल में 22 महिनों में हुई 7090 रोगियों की सर्जरी हुई
सर्जन डाॅक्टरों ने किये 1532 आपरेशन, नेत्र रोग विषेषज्ञ ने किये सबसे अधिक 3795 रोगियों के आपरेशन
जनमानस शेखावाटी सवंददाता : मोहम्मद अली पठान
चूरू : जिला मुख्यालय पर राजकीय भरतीया अस्पताल का नाम सुनते ही हमारे दिमाग में जहां अव्यवस्था, डाॅक्टरों की लेटलतीफी और बिगड़ी सफाई व्यवस्था की तस्वीर हमारे दिमाग में घुमने लग जाती हैं। मगर जिले के सबसे बड़े मेडिकल काॅलेज डीबी अस्पताल की बात की जाये तो पिछले कुछ समय से अस्पताल की तस्वीर बदलने लगी हैं। अस्पताल से मिले आंकड़ों पर अगर नजर डाली जाये तो डीबी अस्पताल में गत 22 माह में 7090 रोगियों के सफल आपरेशन कर उनको नई जिंदगी दी गयी हैं। इनमें अस्पताल के सर्जन डाॅक्टरों ने की टीम ने 1532 आपरेशन किये हैं।

अस्पताल में नेत्र रोग विषेषज्ञों की टीम ने सबसे अधिक 3768 आपरेशन किये हैं। जिनमें 3577 मेजर आपरेशन किये गये हैं। सभी रोगियों के आपरेशन आयुष्मान भारत योजना में निशुल्क किये गये हैं। 22 महिनों में अस्पताल में 14 लाख 28 हजार 12 रोगियों का ईलाज किया गया। वर्ष 2024 में 32 हजार 224 रोगियों को भर्ती कर ईलाज किया गया। 244 रोगी कम हुए रैफर डीबी अस्पताल के आईसीयू वार्ड में वर्ष 2024 में 1374 रोगियों को एडमिट किया गया। जिसमें से 504 रोगियों को रैफर किया गया। वहीं वर्ष 2025 में 31 अक्टूबर तक 1285 रोगियों को एडमिट किया गया। जिसमें से केवल 260 रोगियों को रैफर किया गया।
वर्ष 2024 की अपेक्षा वर्ष 2025 में 244 रोगियों को कम रैफर किया गया। अस्पताल से रैफर होने वाले रोगियों की संख्या में कमी आने का एक कारण मेडिकल काॅलेज प्रिंसिपल डाॅ. एमएम पुकार हैं। वर्ष 2025 के जनवरी में डाॅ. पुकार को फिर से काॅलेज प्रिंसिपल बनाया गया। इसके बाद अस्पताल की व्यवस्थाओं में सुधार हुआ हैं। वर्ष 2024 की अपेक्षा 2025 में रैफर अनुपात में 45 प्रतिशत की कमी आयी हैं। वर्ष 2025 में हुई कई बड़ी सर्जरी डीबी अस्पताल के वर्ष 2024 व 2025 के अक्टूबर माह तक के आंकड़ों पर नजर डाली जाये तो 20 महिनों में 1432 सर्जरी हुई हैं। जिनमें कई जटिल आपरेशन कर रोगियों की जान बचाई गयी हैं।

वर्ष 2024 की अपेक्षा 2025 में 196 सर्जरी अधिक हुई हैं। जिससे अस्पताल की रेवन्यू भी बढ़ी हैं। इसके अलावा ईएनटी विभाग में भी सर्जरी की संख्या में बढ़ोतरी हुई है। वर्ष 2024 में जहां 150 आपरेशन हुए। वहीं 2025 में अक्टूबर माह में 287 आपरेशन हुए हैं। आर्थोपेडिक विभाग में भी वर्ष 2024 में जहां 454 सर्जरी हुईं। वहीं 2025 में 593 सर्जरी हुई हैं। जिनमें कई बड़ी मेजर सर्जरी भी हुई हैं।
एमसीएच में हुई सर्जरी की संख्या में आयी गिरावट जिले में सबसे बड़ा एकमात्र मातृ शिशु अस्पताल जो की चूरू में स्थित हैं। राज्य सरकार जहां अनेकों योजनाएं चलाकर प्रसूता व नवजात को संबल दे रही हैं। मगर एमसीएच में वर्ष 2024 की अपेक्षा 2025 में कम सर्जरी हुई हैं। जो की चिंता का विषय हैं। सरकारी अस्पताल में जहां रोगियों को हर संभव सुविधा मिल रही हैं। इसके बावजूद सर्जरी की संख्या में कमी होना सोचनी वाली बात हैं। वर्ष 2024 में 185 डिलीवरी सर्जरी के द्वारा हुई। वहीं 2025 में मात्र 182 डिलीवरी सर्जरी के द्वारा हुई हैं। मेडिसिन विभाग ने 22 महिने में भर्ती किये करीब 12 हजार रोगी अस्पताल के मेडिसिन विभाग ने गत दो वर्षो में काफी अच्छा काम किया हैं। मेडिसिन विभाग में डाॅक्टरों की अच्छी टीम हैं।
टीम ने 22 महिने में 11 हजार 841 रोगियों को अस्पताल में भर्ती किया हैं। 22 महिने में मेडिसिन विभाग की ओर से केवल 872 रोगियों को हायर सेंटर रैफर किया गया। वर्ष 2024 में 6407 रोगियों को भर्ती किया गया। वहीं वर्ष 2025 में 31 अक्टूबर तक 5434 रोगियों को भर्ती कर ईलाज किया गया। गत वर्ष 2024 में 572 रोगियों को रैफर किया गया। जबकि 2025 में मात्र 300 रोगियों को रैफर किया गया है। गत वर्ष की अपेक्ष इस वर्ष 272 कम रोगियों को रैफर किया गया हैं।
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