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एमपी बिरला सीएसआर से संवारा अपना जीवन, औरों के लिए बनी प्रेरणा स्रोत


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एमपी बिरला सीएसआर से संवारा अपना जीवन, औरों के लिए बनी प्रेरणा स्रोत

छोटे से गांव गुर्जरखेड़ा की दीपमाला की प्रेरणा देने वाली कहानी

चित्तौड़गढ़ : बिरला कॉर्पोरेशन लिमिटेड सिर्फ औद्योगिक क्षेत्र में ही नहीं, बल्कि आसपास के ग्रामीण इलाकों में सामाजिक और आर्थिक विकास की एक मजबूत धुरी बन चुका है। सामाजिक उत्तरदायित्व के तहत कंपनी द्वारा चलाए जा रहे कार्यक्रमों ने क्षेत्र की महिलाओं, किसानों और जरूरतमंदों के जीवन में नई ऊर्जा और आत्मनिर्भरता का संचार किया है। एमपी बिरला समूह के सक्षम कार्यक्रम के तहत प्लांट परिसर से 16 किलोमीटर के दायरे में आने वाले गांवों में महिलाओं को प्रशिक्षण, मार्गदर्शन और आर्थिक सहयोग देकर उनके जीवन और परिवार के भविष्य को मजबूत बनाया जा रहा है। इसी कार्यक्रम की बदौलत कई महिलाएं आज पुरुषों के साथ कंधे से कंधा मिलाकर अपने घर की आय बढ़ाने और समाज में सम्मान अर्जित करने का काम कर रही हैं।

दीपमाला बदलाव की मिसाल
नगरी ग्राम पंचायत के गुर्जर खेड़ा की दीपमाला इसका एक चमकता हुआ उदाहरण हैं। साल 2021-22 में वे एमपी बिरला के सक्षम कार्यक्रम से जुड़ीं। पहले सामान्य ब्यूटिशियन का कोर्स किया। फिर एडवांस ट्रेनिंग ली। परीक्षा में प्रथम स्थान हासिल किया और एमपी बिरला की ओर से प्रमाणपत्र के साथ 10 हजार रुपए कीमत का ब्यूटी पार्लर किट प्राप्त किया। आज दीपमाला हर महीने 20 से 25 हजार रुपए की कमाई कर रहीं हैं और गांव की अन्य महिलाओं के लिए प्रेरणा स्रोत बन चुकी हैं।

घर और समाज की चुनौतियों को तोड़कर आगे बढ़ी
दीपमाला बताती हैं कि शुरुआत सबसे कठिन रही। परिवार को मनाना और समाज के तानों को नजरअंदाज करना बड़ा चैलेंज था। गांववालों ने तंज कसते हुए कहा, यहां पार्लर कौन करवाएगा?

लेकिन एमपी बिरला की महिला सशक्तिकरण टीम का सहयोग और दीपमाला की हिम्मत ने हालात बदल दिए। बच्चों और घर के काम के बीच वक्त निकालकर उन्होंने प्रशिक्षण पूरा किया और गांव में ही अपनी छोटी सी दुकान खोल ली। शुरू में मज़ाक उड़ाने वाले लोग आज उनके हुनर के मुरीद हैं। सिर्फ गुर्जर खेड़ा ही नहीं, आसपास के कई गांवों की महिलाएं आज दीपमाला के पार्लर पर भरोसे के साथ पहुंचती हैं।

दूसरी महिलाओं के लिए प्रेरणा बनीं दीपमाला
आज दीपमाला न केवल खुद कमाई कर रही हैं, बल्कि अपनी तरह की जरूरतमंद महिलाओं को भी ब्यूटीशियन ट्रेनिंग देकर आगे बढ़ा रही हैं। इससे कई युवतियां और महिलाएं प्रभावित होकर एमपी बिरला के सीएसआर कार्यक्रम से जुड़ रही हैं और विभिन्न कोर्सों में निःशुल्क प्रशिक्षण ले रही हैं। समाज में पैसा, सम्मान और आत्मविश्वास पाने के बाद दीपमाला अब प्रेरणा पथ बन चुकी हैं और एमपी बिरला का महिला उन्नयन अभियान गांव-गांव तक असर दिखा रहा है।

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