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खेतड़ी में विरासत दिवस की तैयारी:12 दिंसबर को होगा आयोजन, स्वामी विवेकानंद और राजा अजीत सिंह की यादें होंगी चिर स्थायी


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खेतड़ी में विरासत दिवस की तैयारी:12 दिंसबर को होगा आयोजन, स्वामी विवेकानंद और राजा अजीत सिंह की यादें होंगी चिर स्थायी

खेतड़ी में विरासत दिवस की तैयारी:12 दिंसबर को होगा आयोजन, स्वामी विवेकानंद और राजा अजीत सिंह की यादें होंगी चिर स्थायी

खेतड़ी : खेतड़ी कस्बे के अजीत विवेक संग्रहालय परिसर में रविवार को विरासत दिवस की तैयारियों को लेकर एक बैठक आयोजित की गई। रामकृष्ण मिशन सचिव स्वामी आत्मनिष्ठा नंद महाराज ने बैठक की अध्यक्षता की, जिसमें कार्यकर्ताओं को विभिन्न जिम्मेदारियां सौंपी गईं।

मिशन सचिव स्वामी आत्मनिष्ठा नंद महाराज ने बताया-स्वामी विवेकानंद के खेतड़ी आगमन के 127 वर्ष पूरे होने के उपलक्ष्य में 12 दिसंबर को खेतड़ी विरासत दिवस समारोह मनाया जाएगा। इस आयोजन का उद्देश्य स्वामी विवेकानंद और राजा अजीत सिंह की यादों को चिर स्थायी बनाना है।

स्वामी विवेकानंद ने नरेश अजीत सिंह के सहयोग से 1893 में शिकागो धर्म सम्मेलन में भाग लिया था। वहां उन्होंने सनातन धर्म और भारतीय संस्कृति का परचम लहराकर देश को विश्व में विख्यात किया था। राजा अजीत सिंह और स्वामी विवेकानंद की गहरी मित्रता ने खेतड़ी को एक विशिष्ट पहचान दिलाई थी।

विरासत दिवस को भव्य रूप से मनाने की योजना है। इसके तहत अजीत विवेक संग्रहालय को सजाया जाएगा। साथ ही, स्वामी विवेकानंद और राजा अजीत सिंह की झांकियां सजाकर पूरे कस्बे में नगर भ्रमण करवाया जाएगा।

खेतड़ी में विरासत दिवस पर होने वाले कार्यक्रम भारतीय संस्कृति को बढ़ावा देने और क्षेत्र की जनता को धर्म व संस्कृति के प्रति प्रेरित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। बैठक में समारोह को हर्षोल्लास और भव्यता से मनाने का निर्णय लिया गया।

ये रहे मौजूद

बैठक में स्वामी योगयुक्तानंद, स्वामी कृपाशीलानंद, स्वामी प्रशांतानंद, कृष्ण कुमार, लीलाधर सैनी, निर्भय राम शास्त्री, डॉ. राघवेन्द्र पाल, हरमेंद्र चनानिया, राहुल शर्मा, मोहित, रोशन लाल, तरूण, महेश कुमार, हर्षित, रोहित, गौरव, सुमित, मयंक और अजय शर्मा सहित कई लोग उपस्थित थे।

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