रोटी-बैंक के जनक और नेकी की मिसाल
देवकीनंदन ‘नेकी मैन’ नहीं रहे, झुंझुनूं में शोक की लहर
जनमानस शेखावाटी संवाददाता : चंद्रकांत बंका
झुंझुनूं : असहायों की भूख मिटाने और बेघरों को सहारा देने वाले शहर के समाजसेवी एवं आर्किटेक्ट देवकीनंदन कुमावत (49) का रविवार को सूरत में दिल का दौरा पड़ने से निधन हो गया। उनके असामयिक निधन से शहर में शोक की लहर है। देवकीनंदन ने झुंझुनूं में रोटी बैंक और नेकी की दीवार की शुरुआत कर जरूरतमंदों तक रोटी, कपड़ा और मकान जैसी मूलभूत जरूरतें पहुँचाने का अभियान चलाया। जनसहयोग से सेवा करने की उनकी इस सोच ने उन्हें “नेकी मैन” की पहचान दिलाई।
भक्तिमय जीवन, सेवाभाव और सकारात्मक सोच के धनी देवकीनंदन “देवकीनंदन आर्ट” के संचालक थे। वे लोगों के लिए घरों का नक्शा ही नहीं, जीवन में उम्मीद और मुस्कान का डिजाइन भी बनाते थे। पिछले कई दिनों से वे व्यवसायिक कार्य से गुजरात में थे। वहीं सूरत में उनकी तबीयत अचानक बिगड़ी और उन्होंने अंतिम सांस ली। समाजसेवा को जीवन का धर्म मानने वाले इस नेकदिल शख्स का यूं चले जाना शहर के लिए अपूरणीय क्षति है। लोगों ने कहा, “जिसने सबके घर बसाए… उसका घर आज सूना हो गया।”
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