[pj-news-ticker post_cat="breaking-news"]

बंद शौचालय खोलने की मांग पर DYFI का प्रदर्शन:स्ट्रीट लाइटों की खराब व्यवस्था से बढ़ रही असुरक्षा, नगर परिषद के खिलाफ नाराजगी


निष्पक्ष निर्भीक निरंतर
  • Download App from
  • google-playstore
  • apple-playstore
  • jm-qr-code
X
झुंझुनूंटॉप न्यूज़राजस्थानराज्य

बंद शौचालय खोलने की मांग पर DYFI का प्रदर्शन:स्ट्रीट लाइटों की खराब व्यवस्था से बढ़ रही असुरक्षा, नगर परिषद के खिलाफ नाराजगी

बंद शौचालय खोलने की मांग पर DYFI का प्रदर्शन:स्ट्रीट लाइटों की खराब व्यवस्था से बढ़ रही असुरक्षा, नगर परिषद के खिलाफ नाराजगी

झुंझुनूं : झुंझुनूं शहर के वार्ड नंबर 58 में मेड़तनी बावड़ी के पास लंबे समय से बंद पड़े सार्वजनिक शौचालय को चालू करवाने और शहर में स्ट्रीट लाइटों की बदहाल व्यवस्था को सुधारने की मांग की। इस मामले को लेकर सोमवार को डेमोक्रेटिक यूथ फेडरेशन ऑफ इंडिया (DYFI) के कार्यकर्ताओं ने नगर परिषद पहुंचकर जोरदार प्रदर्शन किया।

संगठन से जुड़े युवाओं ने कहा कि शहर में मूलभूत सुविधाओं की अनदेखी आमजन को हर दिन परेशान कर रही है, लेकिन नगर परिषद लगातार शिकायतों के बावजूद ठोस कदम नहीं उठा रही है। इसी उपेक्षा के खिलाफ DYFI कार्यकर्ता सड़क पर उतरे। DYFI के जिलाध्यक्ष योगेश कटारिया के नेतृत्व में कार्यकर्ता सुबह ही मेड़तनी बावड़ी क्षेत्र में एकत्र हुए और वहां से पैदल मार्च निकालते हुए नगर परिषद कार्यालय पहुंचे।

कार्यकर्ताओं ने आरोप लगाया कि बावड़ी के पास स्थित सार्वजनिक शौचालय कई महीनों से बंद है। यह शौचालय वार्ड के सैकड़ों लोगों और आस-पास के बाजार में आने-जाने वालों के लिए बड़ी सुविधा था, लेकिन इसके बंद होने से लोगों को भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है।

महिलाओं, बुजुर्गों और स्कूल-कॉलेज के छात्रों को सबसे ज्यादा परेशानी हो रही है। स्थानीय लोगों ने कई बार मौखिक और लिखित शिकायतें कीं, मगर कार्रवाई नहीं हुई। संगठन के कार्यकर्ताओं ने बताया कि शौचालय के निर्माण पर लाखों रुपये खर्च किए गए थे, लेकिन इसका रखरखाव न होने के कारण यह बंद कर दिया गया।

अब शौचालय के बाहर गंदगी जमा रहती है, और शाम के समय अंधेरा होने पर असामाजिक तत्व भी यहां सक्रिय हो जाते हैं। प्रदर्शनकारियों ने इस स्थिति को बेहद गंभीर बताते हुए कहा कि सार्वजनिक सुविधाओं को बंद रखना आमजन के अधिकारों का हनन है और नगर परिषद को ऐसे मामलों में प्राथमिकता से कदम उठाने चाहिए।

नगर परिषद पहुंचकर DYFI कार्यकर्ताओं ने विरोध प्रदर्शन किया और आयुक्त को ज्ञापन सौंपा। ज्ञापन में मांग की गई कि मेड़तनी बावड़ी के पास बंद पड़े शौचालय को तुरंत दुरुस्त कर शुरू किया जाए, ताकि लोगों को राहत मिल सके। इसके साथ ही उन्होंने शहर में स्ट्रीट लाइटों की व्यवस्था सुधारने का मुद्दा भी उठाया।

कार्यकर्ताओं ने बताया कि कई वार्डों में नई स्ट्रीट लाइटों की जरूरत है, जहां अंधेरा होने पर लोगों को असुरक्षा का सामना करना पड़ता है। कई जगहों पर स्ट्रीट लाइटें पूरी तरह बंद पड़ी हैं, तो कहीं बार-बार खराब हो रही हैं। इन क्षेत्रों में रात के समय राहगीरों को दिक्कतों के साथ-साथ हादसों और अपराधों का भी खतरा बढ़ जाता है।

DYFI के योगेश कटारिया ने कहा कि नगर परिषद को शहर में सर्वे करवाकर देखना चाहिए कि कहां नई स्ट्रीट लाइट की आवश्यकता है, और उन्हें तत्काल लगाया जाना चाहिए। वहीं जहां खराब लाइटें हैं, उन्हें तकनीकी टीम भेजकर तुरंत ठीक करवाया जाए। उन्होंने कहा कि नगर परिषद का दायित्व है कि वह बुनियादी सुविधाओं को हर हाल में सक्रिय और दुरुस्त रखे, लेकिन मौजूदा स्थिति से लगता है कि शहर की समस्याओं को लेकर विभाग गंभीर नहीं है। कटारिया ने चेतावनी दी कि यदि शौचालय चालू नहीं किया गया और स्ट्रीट लाइटों की समस्या नहीं सुधारी गई, तो संगठन शहरभर में बड़ा आंदोलन करेगा।

Related Articles