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सीकर में जबरदस्ती महिला को गटर का पानी पिलाया:धमकी देते हुए कहा- प्राइवेट पार्ट पर मिर्ची डाल दो, प्रेग्नेंट न हो सके, 6 पुलिसकर्मियों पर FIR


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सीकर में जबरदस्ती महिला को गटर का पानी पिलाया:धमकी देते हुए कहा- प्राइवेट पार्ट पर मिर्ची डाल दो, प्रेग्नेंट न हो सके, 6 पुलिसकर्मियों पर FIR

सीकर में जबरदस्ती महिला को गटर का पानी पिलाया:धमकी देते हुए कहा- प्राइवेट पार्ट पर मिर्ची डाल दो, प्रेग्नेंट न हो सके, 6 पुलिसकर्मियों पर FIR

सीकर : सीकर में महिला को मारपीट और जबरदस्ती गटर का पानी पिलाने का आरोप लगाया है। महिला ने धोद पुलिस थाने में कोर्ट इस्तगासे के जरिए मुकदमा दर्ज करवाया है, जिसमें 6 पुलिसकर्मियों को नामजद किया गया है। महिला और उसके परिवार का आरोप है कि पुलिसकर्मियों ने उनके साथ मारपीट की और महिला को बाल पकड़कर घसीटा। एक पुलिसकर्मी ने कथित तौर पर धमकी देते हुए कहा कि महिला के प्राइवेट पार्ट पर मिर्ची और पेट्रोल डाल दो, ताकि वह गर्भवती न हो सके।

वहीं, धोद थाना SHO अमर सिंह का कहना है कि महिला और उसके परिवार के खिलाफ पहले से ही राजकार्य में बाधा का मामला दर्ज है, जिसमें महिला को गिरफ्तार किया गया था। कोर्ट के जरिए महिला द्वारा मामला दर्ज करवाए जाने के बाद, मामले की जांच सीओ धोद सुरेश कुमार कर रहे हैं।

अब 5 पॉइंट में समझिए पूरा मामला

1. घर पर आकर जातिसूचक गालियां दीं

महिला (25) ने धोद पुलिस थाने में कोर्ट इस्तगासे के माध्यम से मुकदमा दर्ज करवाया है। महिला के अनुसार, वह 23 सितंबर को अपनी बहन के घर गई थी, जहां शाम करीब 5:51 बजे सिविल ड्रेस में दो पुलिस कॉन्स्टेबल, मुकेश कुमार और विजेंद्र पहुंचे। पहले मैदान में बैठकर शराब पी, फिर उसकी बहन के घर आकर जातिसूचक गालियां दीं और उसके भाई के बारे में पूछताछ की।

जब परिवार के सदस्यों ने पुलिसकर्मियों से आईडी कार्ड दिखाने को कहा, तो वे धक्का-मुक्की पर उतर आए और उसके भाई को बाल पकड़कर घसीटते हुए घर से बाहर ले गए। परिवार के बीच-बचाव करने पर दोनों कांस्टेबलों ने बताया कि वे मौलासर पुलिस थाने के एक मुकदमे में उसके भाई को गिरफ्तार करने आए हैं।

2. पुलिस पर महिला और भाभी से मारपीट का आरोप

महिला के अनुसार, घटना के बाद महिला रात 10 बजे अपने पीहर चली गई। अगले दिन, 24 सितंबर को दोपहर में जब वह अपने चाचा के घर गई, तो 5-6 गाड़ियों में पुलिस उसके घर पहुंची, जिनमें एक पुलिस की गाड़ी और बाकी प्राइवेट गाड़ियां थीं। कुछ पुलिसकर्मी वर्दी में थे, जबकि कुछ सिविल ड्रेस में थे। उनके साथ दो महिला कॉन्स्टेबल भी थीं। पुलिसवालों ने गाड़ी से उतरते ही महिला की भाभी के साथ मारपीट शुरू कर दी।

उन्होंने महिला की मां से उसकी बेटी के बारे में पूछा, और जब मां ने बताया कि वह अपने चाचा के घर पर है, तो सभी पुलिस वाले गाड़ी लेकर महिला की भाभी को लेकर उसके चाचा के घर आ गए और खेत को चारों तरफ से घेर लिया। महिला उस समय अपने चाचा के घर की रसोई में बैठी हुई थी, जहां पुलिसकर्मी आए और उसके साथ मारपीट की। इसके बाद उसे गाड़ी में बैठा लिया। महिला की भाभी को गाड़ी से नीचे उतार दिया।

3. गटर का पानी जबरदस्ती महिला को पिलाया

पुलिसकर्मियों ने महिला की भाभी को गालियां देते हुए धमकी दी कि इस बारे में किसी को मत बताना। उस घटना के वक्त पुलिसकर्मी मुकेश पूरी तरह से नशे में था। पुलिसकर्मियों ने बरडवा पुलिस थाने तक ले जाते हुए महिला के साथ मारपीट की। थाने में साइड की तरफ बने एक बरामदे में ले जाकर भी मारपीट जारी रखी।

आरोप है कि कॉन्स्टेबल मुकेश ने एक पुलिसकर्मी से गटर का पानी मंगवाया और जबरदस्ती महिला को पिलाया। पुलिसकर्मी जितेंद्र ने कहा कि उसके प्राइवेट पार्ट पर मिर्ची लगा दो और शरीर में पेट्रोल डाल दो ताकि वह गर्भवती न हो सके। इसी दौरान धोद पुलिस थाने की गाड़ी आई, जिसमें एक महिला और तीन पुरुष पुलिसकर्मी थे। उन्होंने आते ही महिला का मुंह धुलवाया और उसे दुपट्टे से अपना मुंह ढकने को कहा। इसके बाद धोद पुलिस ने महिला को दवा भी दिलवाई।

4. पुलिस के बताए अनुसार बयान देने के लिए कहा

आरोप है कि महिला और उसके परिवार को पुलिस वाले उसकी बहन के घर ले गए, जहां उन्हें वीडियो में पुलिस के बताए अनुसार बयान देने के लिए कहा गया। इसके बाद महिला और उसके घरवालों को पुलिसकर्मी मेडिकल के लिए सरकारी अस्पताल लेकर गए। अस्पताल में पुलिसकर्मियों ने उन्हें मुंह ढककर रखने और चोट या दर्द के बारे में किसी को बताने पर थाने में ले जाकर मारने की धमकी दी।

5. कोर्ट के जरिए मामला दर्ज करवाया

महिला का आरोप है कि डॉक्टर ने भी पुलिसकर्मियों के बताए अनुसार ही मेडिकल किया, जिससे कि उन्हें बचाया जा सके। पुलिस थाना धोद और पुलिस अधीक्षक कार्यालय को भी शिकायत की, लेकिन कोई मामला दर्ज नहीं हुआ, इसलिए उसने कोर्ट के जरिए मामला दर्ज करवाया है। इस मामले में 6 पुलिसकर्मियों – मुकेश कुमार, विजेंद्र कुमार, मंजू, मुकेश, मंजू और जितेंद्र – के खिलाफ नामजद मामला दर्ज हुआ है, और मामले की जांच सीओ धोद सुरेश कुमार शर्मा कर रहे हैं।

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