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सीकर में सांसद और पुलिस के बीच धक्का-मुक्की:भीड़ के साथ कलेक्ट्रेट में घुसने की कोशिश की, महिला पुलिसकर्मियों के धक्के मारे


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सीकर में सांसद और पुलिस के बीच धक्का-मुक्की:भीड़ के साथ कलेक्ट्रेट में घुसने की कोशिश की, महिला पुलिसकर्मियों के धक्के मारे

सीकर में सांसद और पुलिस के बीच धक्का-मुक्की:भीड़ के साथ कलेक्ट्रेट में घुसने की कोशिश की, महिला पुलिसकर्मियों के धक्के मारे

सीकर : सीकर में मंगलवार को सांसद अमराराम और पुलिस के बीच धक्का-मुक्की हो गई। इस दौरान सांसद ने महिला पुलिसकर्मियों को भी धक्का देने की कोशिश की। दरअसल, किसानों की मांगों को लेकर सांसद के नेतृत्व में रैली कलेक्ट्रेट पहुंची थी। प्रदर्शनकारियों ने कलेक्ट्रेट में घुसने का प्रयास किया तो पुलिस ने उन्हें रोक दिया।

इस दौरान पुलिसकर्मियों से धक्का-मुक्की हुई। इसके बाद प्रदर्शनकारी कलेक्ट्रेट के बाहर ही धरने पर बैठ गए। पुलिस ने ट्रैफिक को डायवर्ट कर दिया। इससे पहले, मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी की ओर से जयपुर रोड स्थित कृषि उपज मंडी में सभा हुई। इसमें कानून व्यवस्था के मुद्दे पर अमराराम ने कहा- कानून को अपने हाथ में लेने का अधिकार किसी को भी नहीं है। लेकिन भाजपा और आरएसएस के गुंडे आतंक मचा रहे हैं।

देखिए, रैली से जुड़ी PHOTOS…

प्रदर्शनकारियों ने कलेक्ट्रेट में घुसने की कोशिश की। इस दौरान सांसद व उनके समर्थकों और पुलिसकर्मियों के बीच धक्का-मुक्की हो गई।
प्रदर्शनकारियों ने कलेक्ट्रेट में घुसने की कोशिश की। इस दौरान सांसद व उनके समर्थकों और पुलिसकर्मियों के बीच धक्का-मुक्की हो गई।
प्रदर्शनकारियों ने कलेक्ट्रेट में प्रवेश करने का प्रयास किया, लेकिन पुलिस ने उन्हें रोक दिया।
प्रदर्शनकारियों ने कलेक्ट्रेट में प्रवेश करने का प्रयास किया, लेकिन पुलिस ने उन्हें रोक दिया।
पुलिस और प्रदर्शनकारियों के बीच जबरदस्त खींचतान हुई। पुलिस ने लाठियां आगे लगाकर प्रदर्शनकारियों को रोकने का प्रयास किया।
पुलिस और प्रदर्शनकारियों के बीच जबरदस्त खींचतान हुई। पुलिस ने लाठियां आगे लगाकर प्रदर्शनकारियों को रोकने का प्रयास किया।

सीएम सिर्फ बातचीत से पानी पिलाना चाहते हैं

सभा में अमराराम ने कहा- भाजपा सरकार ने सीकर संभाग और नीमकाथाना जिले को समाप्त करने का काम किया है। प्रदेश सरकार को 2 साल होने जा रहे हैं, लेकिन पेयजल की 8 हजार करोड़ रुपए की जल जीवन योजना झूले खा रही है। सरकार ने करीब दो साल में सीकर और झुंझुनूं के लिए एक पैसा भी नहीं दिया। जबकि मुख्यमंत्री नौ बार सीकर जिले में आ चुके हैं। इसके साथ ही शेखावाटी के तीनों जिलों में एक-एक दिन रुककर भी गए हैं। मुख्यमंत्री सिर्फ बातचीत से पानी पिलाना चाहते हैं।

सीकर शहर के जयपुर रोड स्थित कृषि उपज मंडी में आयोजित सभा में बड़ी संख्या में महिलाएं भी पहुंची।
सीकर शहर के जयपुर रोड स्थित कृषि उपज मंडी में आयोजित सभा में बड़ी संख्या में महिलाएं भी पहुंची।

राजस्थान में सरकार नाम की कोई चीज नहीं

अमराराम ने कहा- राजस्थान में सरकार नाम की कोई चीज नहीं है। आज जिस तरह से राजस्थान सरकार बदले की भावना से किसान, मजदूर, नौजवान और आम जनता के साथ काम कर रही है, वह काफी चिंताजनक है। मानसून के समय शेखावाटी में फसलें नष्ट हो गईं। सरकार को मुआवजा देना चाहिए था, लेकिन आज तक नहीं दिया गया। सीकर जिले में 50% से 60% तक फसल नष्ट हो गई, लेकिन सरकार तीन प्रतिशत फसल नष्ट बता रही है।

किसानों के ऊपर लाठियां बरसाई जा रही

सांसद ने कहा कि आम जनता के घरों, खेतों और दुकानों पर जबरन स्मार्ट मीटर लगाने का काम किया जा रहा है। उन्होंने कहा- खाद मांगने वाले किसानों के ऊपर लाठियां बरसाई जा रही हैं। अमराराम ने कहा- बीते दिन पुष्कर से ऊंट खरीद कर जा रहे युवक को भाजपा और आरएसएस के गुंडों ने बहरोड़ में कपड़े उतार कर पीटा था। लेकिन पुलिस पीड़ित पर ही मुकदमा दर्ज कर रही है।

सभा में सांसद ने सरकार से मांग की कि फसल नुकसान का पूरा मुआवजा दिया जाए। किसानों का पूरा कर्ज माफ किया जाए।
सभा में सांसद ने सरकार से मांग की कि फसल नुकसान का पूरा मुआवजा दिया जाए। किसानों का पूरा कर्ज माफ किया जाए।

किसानों के कर्ज माफी और पेयजल व्यवस्था की मांग

सांसद अमराराम ने राजस्थान सरकार के सामने कई मांगें रखीं। सांसद ने कहा- फसल खराबे का पूरा मुआवजा दिया जाए। किसानों का पूरा कर्ज माफ किया जाए। सीकर जिले के सभी गांवों व कस्बों में पेयजल की उचित व्यवस्था करने, जल जीवन मिशन योजना में राज्य सरकार द्वारा अपने हिस्से का आधा पैसा (4000 करोड़ रुपए) जमा करवाने की मांग की।

उन्होंने स्मार्ट मीटर योजना को रद्द करने, बिजली के निजीकरण पर रोक लगाने, सभी विभागों में रिक्त पदों पर भर्ती करने, नए रोजगार सृजन कर बेरोजगारी खत्म करने की मांग भी उठाई। यही नहीं, महंगाई पर रोक लगाने और पेट्रोल-डीजल पर टैक्स कम करने का मुद्दा भी उठाया। उन्होंने दलितों, अल्पसंख्यकों और महिलाओं पर हो रहे अत्याचारों पर रोक लगाने की पुरजोर मांग की।

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