एसके हॉस्पिटल के PMO सहित 6 के खिलाफ मुकदमा दर्ज:जनाना हॉस्पिटल में संचालित IVF सेंटर पर कब्जा करने और डेढ़ करोड़ का सामान गायब करने का आरोप
एसके हॉस्पिटल के PMO सहित 6 के खिलाफ मुकदमा दर्ज:जनाना हॉस्पिटल में संचालित IVF सेंटर पर कब्जा करने और डेढ़ करोड़ का सामान गायब करने का आरोप

सीकर : सीकर के एसके अस्पताल के पीएमओ सहित 6 लोगों के खिलाफ कोतवाली थाने में मुकदमा दर्ज हुआ है। आरोप है कि इन्होंने सालासर रोड स्थित जनाना(MCH) अस्पताल में संचालित आईवीएफ सेंटर पर जबरन कब्जा करने की कोशिश की। इसके साथ ही डेढ़ करोड़ रुपए का सामान गायब किया। फिलहाल कोतवाली पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।
इस संबंध में जयपुर निवासी डॉ. विक्रम सिंह तंवर और डॉ. सुमन कंवर ने शिकायत देकर बताया कि वह साल 2017 से जनाना(MCH) हॉस्पिटल में MOU के तहत आईवीएफ सेंटर चला रहे हैं। 23 सितंबर को इन्हें पता चला कि इनके सेंटर पर कुछ लोगों ने कब्जा करने की कोशिश की।
इस बारे में उसी रात 11:30 बजे इन्होंने PMO डॉ. कमल अग्रवाल को भी सूचित किया और कहा कि हम ऐसी स्थिति में सेंटर नहीं चला सकेंगे,इसलिए MOU को निरस्त कर दें। साथ ही कहा कि वह ART स्टेट बोर्ड जयपुर में और सेरोगैसी एक्ट 2021, जयपुर में भी सेंटर को निरस्त करने के लिए अप्लाई कर रहे हैं।
जिसमें करीब 8 से 10 दिन तक का समय लगेगा। तब तक किसी अन्य व्यक्ति को हमारे सेंटर में नहीं जाने दिया जाए। इस बारे में उन्होंने उसी रात को कोतवाली थाने में भी बात की।
किसी तरह की प्रॉब्लम नहीं, सेंटर एकदम सुचारू चल रहा
कुछ दिनों बाद पता चला कि डॉ.कमल अग्रवाल ने रिचा शर्मा, सुशील शर्मा, गजेंद्र सिंह चौहान, डॉ. रेणु कुमारी, डॉ. इफरा को सेंटर पर कब्जा करवा दिया। जब स्वास्थ्य भवन जयपुर से उपाध्यक्ष, ART एक्ट 2021 के द्वारा कॉल करके डॉ. कमल अग्रवाल से आईवीएफ सेंटर के बारे में जानकारी मांगी गई तो उन्होंने कहा कि यहां किसी तरह की प्रॉब्लम नहीं है और सेंटर एकदम सुचारू चल रहा है।
डॉ. विक्रम सिंह और डॉ. सुमन को पत्र जारी
6 अक्टूबर को उपाध्यक्ष, ART एवं सेरोगैसी एक्ट से डॉ. विक्रम सिंह और डॉ. सुमन को पत्र जारी किया गया। जिसमें इन दोनों को सेंटर की अथॉरिटी दी गई।
पीएमओ डॉ. कमल अग्रवाल ने सहयोग करने के लिए किया मना
जब इस बारे में उन्होंने पीएमओ डॉ. कमल अग्रवाल से बातचीत की और बताया कि सेंटर में रखे गए सामान को सुरक्षित करने के लिए और सेंटर में डिस्प्ले किए गए मूल प्रमाण पत्र को प्राप्त करके जयपुर में जमा करने की अथॉरिटी दी गई है। लेकिन पीएमओ डॉ. कमल अग्रवाल ने किसी भी तरह का सहयोग करने के लिए मौखिक रूप से मना कर दिया और लिखित में भी कुछ देने से इनकार किया।
कोतवाली थाने में दी गई शिकायत
इसके बाद जब सेंटर में प्रवेश करने के लिए डॉ. विक्रम और डॉ. सुमन ने पुलिस से सहयोग मांगा तो उन्होंने भी दो दिन तक टालमटोल की और कोई सहयोग नहीं किया। ऐसे में रविवार को कोतवाली पुलिस थाने में शिकायत दी।
इसके बाद डॉ. विक्रम और डॉ. सुमन सेंटर पर गए। तब उन्होंने देखा कि सेंटर से मशीनरी सहित करीब डेढ़ करोड़ का सामान गायब मिला। कोतवाली पुलिस ने मुकदमा दर्ज करके जांच शुरू कर दी है। मामले की जांच चांदपोल चौकी प्रभारी ASI तूफान सिंह कर रहे हैं।