गुर्जर समाज ने परवानी और मिलनी प्रथाएं बंद की:मंडुसिया बैठक में सामाजिक कुरीतियों के उन्मूलन का संकल्प
गुर्जर समाज ने परवानी और मिलनी प्रथाएं बंद की:मंडुसिया बैठक में सामाजिक कुरीतियों के उन्मूलन का संकल्प

अजीतगढ़ : गुर्जर समाज ने मंडुसिया स्थित श्री देवनारायण मंदिर परिसर में एक महत्वपूर्ण बैठक आयोजित की। इसमें समाज में व्याप्त सामाजिक कुरीतियों को समाप्त करने का संकल्प लिया गया। बैठक में समाज के प्रबुद्ध जन, पदाधिकारी और गणमान्य नागरिक उपस्थित थे।
मिलनी का लेनदेन पूरी तरह बंद
बैठक में सर्वसम्मति से निर्णय लिया गया कि 5 अक्टूबर 2025 को पनियाला में हुई गुर्जर सुधार महापंचायत के निर्णयों का पालन किया जाएगा। इसके तहत, परवानी में 101 रुपए से अधिक का लेनदेन नहीं होगा और मिलनी
लग्न टीका में भी केवल 101 रुपए का लेनदेन
इसके अलावा, पुत्र जन्मोत्सव मनाने की प्रथा समाप्त की जाएगी। लग्न टीका में भी केवल 101 रुपए का लेनदेन होगा और इसमें अधिकतम पाँच लोग ही शामिल हो सकेंगे।
समाज ने मृत्यु भोज, शोक सभा में चाय-नाश्ता, और सामाजिक कार्यक्रमों में बर्तन बांटने की परंपरा को भी बंद करने का फैसला किया। निजी कार्यक्रमों में डीजे बजाने पर भी सर्वसम्मति से रोक लगाने का निर्णय लिया गया। बैठक में उपस्थित सभी समाजजनों ने भगवान श्री देवनारायण को साक्षी मानकर इन सभी सुधारात्मक निर्णयों का पूर्ण रूप से पालन करने की शपथ ली।
वक्ताओं ने समाज में शिक्षा का स्तर बढ़ाने और युवाओं को संस्कारवान व जागरूक नागरिक बनाने पर विशेष ध्यान देने की बात कही। उन्होंने शिक्षा को समाज सुधार की सबसे मजबूत नींव बताते हुए बच्चों की शिक्षा पर जोर देने की अपील की। बैठक के अंत में, समाज की एकता, समानता और प्रगति के लिए सभी ने मिलकर भविष्य में भी इसी प्रकार के सामाजिक सुधार अभियानों को जारी रखने का संकल्प लिया।