इंडाली ग्राम पंचायत में सवा करोड़ रुपए के गबन मामले में सात महीने से फरार आरोपी गिरफ्तार
इंडाली ग्राम पंचायत में सवा करोड़ रुपए के गबन मामले में सात महीने से फरार आरोपी गिरफ्तार

बगड़ : बगड़ थाने की पुलिस ने ग्राम पंचायत इंडाली में सवा करोड़ रुपए के गबन और अनियमित भुगतान मामले में आरोपी रामोतार पुत्र कानाराम को गिरफ्तार किया है। इसी मामले में तत्कालीन ग्राम विकास अधिकारी पीयूष भारद्वाज और इंडाली की सरपंच नानची देवी को पहले ही गिरफ्तार किया जा चुका है। गिरफ्तार आरोपी रामोतार भी सरपंच नानची देवी का चाचा ससुर है। रामोतार पिछले सात महीने से फरार चल रहा था। लगातार पुलिस दबिश और कार्रवाई के भय से उसने 24 सितंबर 2025 को न्यायालय में आत्मसमर्पण कर दिया, जिसके बाद पुलिस ने उसे अपनी गिरफ्त में ले लिया।
पुलिस के अनुसार उस वक्त पंचायत समिति झुंझुनूं के विकास अधिकारी और हेजमपुरा निवासी करणीराम की रिपोर्ट के आधार पर यह कार्रवाई हुई। ग्रामीण विकास एवं पंचायतीराज विभाग, जयपुर के निर्देशानुसार गठित जांच कमेटी की रिपोर्ट में खुलासा हुआ कि ग्राम पंचायत इंडाली में तत्कालीन ग्राम विकास अधिकारी पीयूष भारद्वाज के कार्यालय से कुल 605 भुगतान संविदा कर्मचारी वेंडर बनाकर सिंगल ओटीपी से किए गए। इन भुगतानों में से 90 लाख 74 हजार 608 रुपए अनाधिकृत व्यक्तियों के खातों में जमा किए गए।
पंचायती राज एक्ट के अनुसार ग्राम पंचायत में सभी प्रत्याहारण सरपंच व सचिव के संयुक्त हस्ताक्षर से होते हैं और समस्त भुगतान की जिम्मेदारी दोनों की होती है। इसी आधार पर अनुसंधान के दौरान तत्कालीन ग्राम विकास अधिकारी पीयूष भारद्वाज और इंडाली की सरपंच नानची देवी को गिरफ्तार कर उनके विरुद्ध न्यायालय में आरोप पत्र पेश किया गया था, जबकि रामोतार के खिलाफ अनुसंधान लंबित रखा गया था। पुलिस ने बताया कि रामोतार की गिरफ्तारी के बाद अब गबन की गई राजकीय राशि की बरामदगी के लिए आगे की जांच जारी है।