ओवरलोड डंपरों ने किया लोगों का जीना मुहाल, कभी भी हो सकता है बड़ा हादसा
प्रशासन की मिलीभगत पर उठे सवाल

जनमानस शेखावाटी संवाददाता : अनिल शर्मा
शिमला : क्षेत्र में खनन माफिया का दबदबा लगातार बढ़ता जा रहा है। दिनदहाड़े मोडी, इश्कपुरा, दुधवा, बसई व सिहोड क्रेशर जोन तक हजारों डंपर पत्थरों से भरे ओवरलोड खुलेआम सड़कों पर दौड़ते हैं और प्रशासन आंख मूंदे बैठा है। इन डंपरों में लदे बड़े-बड़े पत्थर किसी भी वक्त राहगीरों और वाहन चालकों के लिए मौत का सबब बन सकते हैं। दुधवा से काला पत्थर भरकर रवा शिमला के रास्ते से नीमकाथाना तक डंफर जाते है जो ओवरलोड भरे रहते हैं उनमें बड़े बड़े पत्थर भरकर ले जाया जाता है। जिनसे कभी भी बड़ी दुर्घटना हो सकती है। यही नहीं ये ओवरलोड डंफर किसी दूसरे वाहन को साइड भी नहीं देते। कई बार दुपहिया वाहन चालक तो गिर भी चुके है।
क्षेत्र के लोगों का कहना है कि यदि इन पत्थरों में से कोई एक भी सड़क पर गिर जाए तो पलभर में जान चली जाएगी। इसके बावजूद प्रशासन की चुप्पी लोगों के गले नहीं उतर रही। जनता का आरोप है कि शिकायत के बावजूद भी ओवरलोड पर लगाम क्यों नहीं लगाई जा रही है। ओवरलोड डंपर सड़कों पर मौत बनकर दौड़ रहे हैं। यह सब कुछ बिना प्रशासन की मिलीभगत के संभव नहीं है। लोग सवाल उठा रहे हैं कि आखिर खनन माफिया इतना बेलगाम क्यों है और प्रशासन कब तक आंखें मूंदकर बैठेगा।
“दिन-रात ओवरलोड डंपर सड़क से गुजरते हैं। कई बार तो लगता है कि ये पत्थर अभी गिरेंगे और कुचल देंगे। लेकिन प्रशासन सब कुछ देख कर भी अनदेखा करता है। क्या प्रशासन किसी बड़े हादसे का इंतजार कर रहा है। जब किसी की जान जाएगी तभी कार्रवाई होगी। स्थानीय लोगों ने सरकार और उच्च अधिकारियों से मांग की है कि इस खतरनाक खेल पर तत्काल सख्त कार्रवाई की जाए, वरना कभी भी कोई बड़ा हादसा अनहोनी का रूप ले सकता है।