[pj-news-ticker post_cat="breaking-news"]

स्मार्ट मीटर के विरोध में गुढ़ागौड़जी मार्केट बंद, बिजली उपभोक्ता बोले यह आम आदमी का मुद्दा


निष्पक्ष निर्भीक निरंतर
  • Download App from
  • google-playstore
  • apple-playstore
  • jm-qr-code
X
गुढ़ागौड़जीझुंझुनूंटॉप न्यूज़राजस्थानराज्य

स्मार्ट मीटर के विरोध में गुढ़ागौड़जी मार्केट बंद, बिजली उपभोक्ता बोले यह आम आदमी का मुद्दा

गुढा थानाधिकारी को मुख्यमंत्री के नाम सौंपा ज्ञापन, विधायक भगवानराम सैनी ने दिया समर्थन

जनमानस शेखावाटी संवाददाता : जेपी महरानियां

गुढ़ागौड़जी : स्मार्ट मीटर लगाने को लेकर बुधवार को गुढ़ागौड़जी और टोडी का सम्पूर्ण बाजार बंद रहा। स्मार्ट मीटर में अतिरिक्त बिलों और तकनीकी खामियों के चलते जनता में आक्रोश बढ़ता ही जा रहा है। स्मार्ट मीटर हटाओ संघर्ष समिति के जिला संयोजक जेपी महला ने बताया कि स्मार्ट मीटर हटाओ संघर्ष समिति के आह्वान पर बुधवार को गुढ़ागौड़जी बंद रहा। बंद को व्यापारी संगठनों, निजी स्कूल प्रबंधको ने कस्बे को बंद रखा। कस्बे के कई निजी शिक्षण संस्थान भी बंद रहे। बुधवार को कई निजी संस्थानों और व्यापारियों ने कार्य का बहिष्कार कर बाजार बंद रखा।

उपभोक्ताओं ने कहा कि स्मार्ट मीटर किसी भी राजनीतिक पार्टी का मुद्दा नहीं है, बल्कि यह आम जनता की रोजमर्रा की जिंदगी से जुड़ा सवाल है। उन्होंने कहा कि यह जनता का आंदोलन है। व्यापारी, किसान, मजदूर, स्कूल संचालक और हर वर्ग स्मार्ट मीटर की मनमानी से त्रस्त है। विक्रम महला ने बताया कि विधानसभा के हर गांव और कस्बे से लोगों ने स्मार्ट मीटर के खिलाफ आवाज उठाई है। उपभोक्ताओं का आरोप है कि इन मीटरों के लगने के बाद बिल कई गुना बढ़ जाएगा। चार्ज हर महीने बिना किसी आधार के बढ़ता जाएगा। मीटर की खराब तकनीक के कारण उपभोक्ताओं को बिजली गुल होने और रीचार्ज के झंझट का सामना करना पड़ेगा। जिस तरह से बिजली विभाग ने यह मीटर लगाने की प्रक्रिया अपनाई उसमें पारदर्शिता नहीं थी। लोगों से सहमति लिए बिना जबरन मीटर लगाए जा रहे हैं। अब आम उपभोक्ता हर महीने महंगे बिजली बिल और प्रीपेड सिस्टम की मार झेलने पर मजबूर हो जाएंगे।

राजनीतिक दल और सामाजिक संगठन भी जुड़े

स्मार्ट मीटर विरोध के इस आंदोलन को जनआंदोलन का रूप दिया जा रहा है। कई सामाजिक संगठनों, व्यापारी संघों और राजनीतिक दलों ने भी इसमें भागीदारी का ऐलान किया है। उदयपुरवाटी विधानसभा के विधायक भगवानराम सैनी ने भी जन आक्रोश में आकर समर्थन दिया और आश्वाशन भी दिया कि स्मार्ट मीटर हटाओ संघर्ष समिति के साथ हूं और जब भी जरूरत पड़ेगी तो हर समय तन मन और धन से साथ दूंगा। संघर्ष समिति के सदस्य और व्यापारियों द्वारा नारेबाजी करते हुए पुलिस थाने पहुंचे। गुढा थानाधिकारी राम मनोहर के मार्फत मुख्यमंत्री राजस्थान सरकार के नाम ज्ञापन सौंपा गया।

ज्ञापन मुख्य रूप से तीन मांगी को लेकर ज्ञापन दिया गया जिसमें स्मार्ट मीटर लगाने का आदेश वापस लिया जाए। पहले जो स्मार्ट मीटर लगाए गए हैं उसे तुरंत प्रभाव से हटवाकर पुराने वाले मीटर ही लगवाया जाए। सभी घरेलू उपभोक्ताओं को 300 यूनिट मासिक बिजली फ्री दी जाएं।

इस मौके पर कुरड़ाराम जाखड़, नरेंद्र गढ़वाल, विक्रम रेपसवाल, सुनील खेदड़, राकेश बांगड़वा, व्यापार मंडल अध्यक्ष गणेश गुप्ता, प्रहलाद गिल, विजेंद्र सिंह, सुनील नुनिया, पूर्व सरपंच दारासिंह मेघवंशी, सुरेंद्र महला, राजीव गौरा, राजीव दायमा, राकेश ओला, हेतराम ढ़ेवा, केसर मिठारवाल, हरफूल डांगी, विकास गिल सहित भारी संख्या लोग मौजूद रहे।

Related Articles