नीमकाथाना की बेटी ज्योति ने हांगकांग में रचा इतिहास:53 किलोग्राम वर्ग में स्वर्ण पदक जीतकर देश का नाम किया रोशन
नीमकाथाना की बेटी ज्योति ने हांगकांग में रचा इतिहास:53 किलोग्राम वर्ग में स्वर्ण पदक जीतकर देश का नाम किया रोशन

नीमकाथाना : नीमकाथाना के ढाणी गुमानसिंह की रहने वाली ज्योति नटवाड़िया ने पांचवीं हांगकांग अंतरराष्ट्रीय कुश्ती प्रतियोगिता में 53 किलोग्राम भार वर्ग में स्वर्ण पदक जीता है। फाइनल मुकाबले में ज्योति ने हांगकांग की प्रतिद्वंदी पहलवान को 10-0 के अंतर से हराया। प्रतियोगिता 3 अगस्त से 6 अगस्त तक आयोजित हुई थी। ज्योति के घुटने में चोट थी। इसके बावजूद उन्होंने शानदार प्रदर्शन किया। उनके पिता सुरेश पहलवान पिछले दो महीनों से दुर्घटना में हाथ फ्रैक्चर होने के कारण बिस्तर पर हैं। परिवार आर्थिक और मानसिक रूप से चुनौतीपूर्ण स्थिति से गुजर रहा है।
ज्योति के बड़े भाई राकेश और सुनील नटवाड़िया ने बताया कि यह सिर्फ पदक नहीं है। जब घर में संघर्ष हो और बेटी मैदान में उतरकर देश के लिए गोल्ड जीतकर लौटे, तो यह पूरे परिवार की उम्मीद और आत्मबल की जीत होती है। इस उपलब्धि पर ढाणी गुमानसिंह में उत्साह का माहौल है। ज्योति को देशभर से बधाइयां मिल रही हैं। उनकी यह जीत साबित करती है कि कठिन परिस्थितियों में भी साहस और आत्मविश्वास से सफलता प्राप्त की जा सकती है।