सीकर में बिल्डिंग से गिरकर मजदूर की मौत का मामला:17 घंटे बाद धरना समाप्त,नवलगढ़ विधायक विक्रम जाखल भी मृतक के परिवार को सहायता राशि देंगे
सीकर में बिल्डिंग से गिरकर मजदूर की मौत का मामला:17 घंटे बाद धरना समाप्त,नवलगढ़ विधायक विक्रम जाखल भी मृतक के परिवार को सहायता राशि देंगे

जनमानस शेखावाटी सवंददाता : नैना शेखावत
सीकर : सीकर शहर के आरटीओ कार्यालय के पास निर्माणाधीन नारायण विहार फेज सेकंड की बिल्डिंग की चौथी मंजिल से गिरने से एक श्रमिक की मौत मामले ने अब तूल पकड़ लिया है। निर्माणाधीन बिल्डिंग से गिरकर मरने वाले मजदूर भैरुसिंह के परिजनों और सर्व समाज के सैकड़ो लोगों ने सीकर के एसके अस्पताल की मोर्चरी के बाहर बिल्डिंग मालिक पर हत्या का मुकदमा दर्ज करने सहित अन्य मांगों को लेकर धरना प्रदर्शन शुरू कर दिया है। परिजनों ने पुलिस थाने में परिवाद देते हुए बताया कि बिल्डिंग मालिक व ठेकेदार द्वारा निर्माण कार्य के दौरान लापरवाही बरती गई और श्रमिक को सुरक्षा उपकरण भी उपलब्ध नहीं करवाए गए जिसके चलते यह हादसा हुआ है। परिजनों ने बिल्डिंग मलिक पर हत्या का मुकदमा दर्ज करते हुए उचित कार्रवाई की मांग रखी है। इसके साथ ही परिजनों ने बिल्डिंग निर्माण कार्य की स्वीकृति को लेकर भी सवाल खड़े किए हैं।
मृतक मजदूर के परिवार की आर्थिक स्थिति भी काफी कमजोर बताई जा रही है। इसके साथ ही मृतक भैरव सिंह परिवार में कमाने वाला इकलौता व्यक्ति था। ऐसे में अब परिवार पर आर्थिक संकट भी खड़ा हो गया है। मृतक के एक तीन साल और एक दो साल का लड़का है। परिवार की आर्थिक स्थिति बेहद खराब है। परिवार के लोग और सैकड़ों सर्व समाज के लोगों बिल्डिंग मलिक पर हत्या का मुकदमा दर्ज करने सहित अन्य मांगों को लेकर एसके हॉस्पिटल की मोर्चरी के बाहर धरने पर बैठे है। फिलहाल परिजनों, प्रशासन व बिल्डिंग मालिक एवं ठेकेदार के बीच समझाइश व वार्ता का दौर चल रहा है।
ज्ञात रहे कि उद्योग नगर थाना इलाके के आरटीओ चौराहे के पास नारायण विहार फेज सेकंड में एक निर्माणाधीन बहुमंजिला बिल्डिंग में शनिवार दोपहर ढाई बजे के करीब मजदूर भैरोसिंह शेखावत (35) पुत्र बजरंगसिंह निवासी खिरोड़, नवलगढ़ मजदूरी कर रहा था। श्रमिक अचानक संतुलन बिगड़ने से चौथी मंजिल से नीचे गिर गया। ऐसे में गिरते ही कुछ ही सेकंड में ही श्रमिक भैरोंसिंह की मौके पर ही मौत हो गई। साथी श्रमिकों ने भैरोंसिंह को श्री कल्याण हॉस्पिटल के ट्रोमा में पहुंचाया, जहां चिकित्सकों ने उसे मृत घोषित कर दिया। मृतक भैरोंसिंह अपने गांव झुंझुनू जिले के खिरोड़ से मजदूरी के लिए हर दिन सीकर आता था।