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झुंझुनूं में 25 भेड़ों की मौत, फैली दहशत:जंगली जानवर के मारने का अंदेशा; वन विभाग की टीम ने किया मौका मुआयना


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गुढ़ागौड़जीझुंझुनूंटॉप न्यूज़राजस्थानराज्य

झुंझुनूं में 25 भेड़ों की मौत, फैली दहशत:जंगली जानवर के मारने का अंदेशा; वन विभाग की टीम ने किया मौका मुआयना

झुंझुनूं में 25 भेड़ों की मौत, फैली दहशत:जंगली जानवर के मारने का अंदेशा; वन विभाग की टीम ने किया मौका मुआयना

गुढ़ागौड़जी : झुंझुनूं जिले के गुढ़ागौड़जी क्षेत्र के गुमाना का बास गांव में बीती रात लोगों में दहशत फैल गई। गांव में किसी जानवर ने बाड़े में बंधी 25 भेडों को मार डाला, जिससे पशुपालक राकेश महला गहरे सदमे है। राकेश महला ने बताया कि भेड़ें हर रोज की तरह शाम को बाड़े में बांध दी गई थीं। रात के समय गांव में कुत्तों के भौंकने और अजीब सी आवाजें सुनाई दीं, लेकिन किसी ने अंदाजा नहीं लगाया कि कुछ ऐसा खौफनाक हो चुका है। सुबह जब किसान बाड़े में पहुंचा तो वहां का दृश्य दिल दहला देने वाला था। करीब 25 भेड़ें मरी पड़ी थीं, जिनके शरीर पर पंजों और दांतों के गहरे निशान थे। कुछ भेड़ें अधमरी हालत में तड़पती मिलीं, जिन्हें ग्रामीणों ने अलग किया, लेकिन कुछ ही देर में उनकी भी मौत हो गई।

पशुपालकों को लाखों का नुकसान

पीड़ित किसान राकेश ने बताया कि यह उसकी एकमात्र आजीविका का साधन था और इतनी बड़ी संख्या में भेड़ों की एक साथ मौत से उसे भारी आर्थिक नुकसान हुआ है। उन्होंने प्रशासन और वन विभाग से मांग की कि घटना की जांच कर दोषी जानवर को पकड़ा जाए और उसे उचित मुआवजा प्रदान किया जाए।

वन विभाग की टीम ने किया मौका मुआयना

घटना की सूचना मिलते ही वन विभाग की टीम मौके पर पहुंची और घटनास्थल का मुआयना किया। अधिकारियों ने भेड़ों के शवों की जांच की और कुछ सैंपल एकत्र किए ताकि पता लगाया जा सके कि हमला किस प्रकार के जानवर ने किया है। वन विभाग के अनुसार, संभव है कि यह हमला तेंदुए या किसी जंगली शिकारी जानवर द्वारा किया गया हो, जो पास के जंगलों से भटक कर आबादी क्षेत्र में पहुंच गया हो। हालांकि, सटीक पुष्टि पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट और फील्ड सर्वे के बाद ही हो सकेगी।

पीड़ित को मुआवजे की मांग

मौके पर पहुंचे नरेन्द्र गढ़वाल ने प्रशासन से पीड़ित किसान को आर्थिक सहायता देने की मांग की। उन्होंने कहा कि यह सिर्फ एक किसान की समस्या नहीं है, बल्कि पूरे क्षेत्र की सुरक्षा का सवाल है। यदि समय रहते इन घटनाओं पर नियंत्रण नहीं किया गया तो भविष्य में और भी नुकसान हो सकता है।

ग्रामीणों का कहना है कि यह पहली बार नहीं है जब जंगली जानवर गांव की ओर आए हों। पहले भी फसलों को नुकसान पहुंचाने के मामले सामने आए हैं, लेकिन इतने बड़े पैमाने पर मवेशियों का शिकार पहली बार हुआ है।

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