स्मार्ट मीटर लगाकर निजीकरण को बढ़ावा देना चाहती सरकार:सांसद अमराराम बोले- सड़क से संसद तक लड़ाई लड़ेंगे
स्मार्ट मीटर लगाकर निजीकरण को बढ़ावा देना चाहती सरकार:सांसद अमराराम बोले- सड़क से संसद तक लड़ाई लड़ेंगे

जनमानस शेखावाटी सवंददाता : नैना शेखावत
सीकर : प्रदेश में स्मार्ट मीटर लगाने के विरोध में आज सीकर में माकपा की ओर से रणमल सिंह ऑडिटोरियम में कन्वेंशन आयोजित हुआ। इस कन्वेंशन में सांसद अमराराम सहित कई वक्ताओं ने स्मार्ट मीटर की कमियां बताई। बैठक में जिले के सैकड़ों किसान सहित अन्य लोग शामिल हुए। सीकर सांसद अमराराम ने कहा- स्मार्ट मीटर लगाकर प्रदेश सरकार निजीकरण को बढ़ावा देना चाह रही है। जो किसी भी हाल में बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। इसको लेकर आज सीकर में कन्वेंशन की गई है। स्मार्ट मीटर लगाने के चलते लोगों पर आर्थिक भार भी बढ़ेगा। इस मीटर की राशि भी उपभोक्ता से वसूल की जाएगी।

अमराराम ने कहा- स्मार्ट मीटर के विरोध में पूरे राजस्थान में आंदोलन किया जाएगा। देश और प्रदेश में डबल इंजन की सरकार है। जो निजीकरण करके देश और प्रदेश की जनता को लूटना चाहती है। राजस्थान में सौर ऊर्जा से जितनी बिजली बनती है उसमें से 80% आज भी राज्य के बाहर सप्लाई की जाती है। जबकि इसके लिए जमीन किसानों ने दी।किसानों को तो बिजली की प्रति यूनिट के हिसाब से 2 रुपए दिए जाते हैं लेकिन कंपनी से बिजली खरीद की जाती है तो 7 रुपए प्रति यूनिट का भुगतान किया जाता है।
वर्तमान में हालात यह है कि यदि कहीं बिजली का फाल्ट हो जाता है तो तीन दिन तक वह ठीक नहीं हो पाता। अब स्मार्ट मीटर के विरोध में हर गांव और हर शहर में आंदोलन होगा। सड़क से लेकर संसद तक स्मार्ट मीटर के खिलाफ लड़ाई लड़ी जाएगी।