सांवरलाल जाट को याद कर मंच पर भावुक हुईं राजे:पूर्व सीएम ने कहा- मौसम और इंसान कब बदल जाए कोई भरोसा नहीं
सांवरलाल जाट को याद कर मंच पर भावुक हुईं राजे:पूर्व सीएम ने कहा- मौसम और इंसान कब बदल जाए कोई भरोसा नहीं

किशनगढ़ : पूर्व मंत्री स्व.सांवरलाल जाट के प्रतिमा अनावरण समारोह में पूर्व सीएम वसुंधरा राजे भावुक हो गईं। इस दौरान उन्होंने कहा- भैरों सिंह शेखावत, प्रो.सांवर लाल जाट और डॉ.दिगंबर सिंह के चले जाने से नुकसान हुआ। आज वे होते तो पूरे प्रदेश की ही नहीं मेरी भी मदद करने में पीछे नहीं हटते। पूर्व सीएम रविवार दोपहर 3 बजे अजमेर जिले के अरांई के सिरोंज गांव में जनसभा को संबोधित कर रही थीं।
पुराने अनुभवों को याद करते हुए राजे ने कहा- उनकी तरह प्रो.जाट भी राजनीति में पूर्व उपराष्ट्रपति स्व.भैरोंसिंह शेखावत की स्कूल के छात्र थे। उनकी अजमेर लोकसभा चुनाव लड़ने की इच्छा नहीं थी। मगर अनुशासित होने के कारण लड़े और जीते।
इसके साथ ही पूर्व सीएम ने एक्स पर पोस्ट कर लिखा- मौसम और इंसान कब बदल जाए कोई भरोसा नहीं। आजकल राजनीति में लोग नई दुनिया बसा लेते हैं, एक चेहरे पे कई चेहरे लगा लेते हैं, पर प्रो.सांवर लाल जाट ऐसे नहीं थे। वे मरते दम तक मेरे साथ थे।

राजे बोलीं- हमने मिलकर काम किया
राजे ने कहा -सांवर लाल किसानों और गरीबों के सच्चे हितैषी थे। वे न केवल अपने क्षेत्र, बल्कि पूरे राजस्थान को अपना परिवार मानते थे। उनकी सादगी, ईमानदारी और समर्पण उन्हें आज भी जनमानस के दिलों में जीवित रखे हुए हैं।

केंद्रीय मंत्री बोले- उनका जीवन संघर्ष और सेवा की मिसाल
केंद्रीय मंत्री भागीरथ चौधरी ने कहा -सांवर लाल का जीवन संघर्ष और सेवा की मिसाल है। उनकी विचारधारा आज भी हमें मार्गदर्शन देती हैं। किसानों की समस्याओं को लेकर उन्होंने सदैव दिल्ली से लेकर जयपुर तक आवाज बुलंद की। नसीराबाद विधायक रामस्वरूप लांबा ने कहा- यह प्रतिमा मेरे पिता की नहीं, एक विचार और जीवन मूल्यों की पहचान है। किशनगढ़ विधायक विकास चौधरी ने भी सांवरलाल जाट के योगदान को याद करते हुए उन्हें राजस्थान की राजनीति का मजबूत स्तंभ बताया।