त्रिपुरा स्टेट राइफल का जवान शहीद:तिरंगा यात्रा में उमड़ा जनसैलाब, पैतृक गांव हरपालू सांवल में होगा अंतिम संस्कार
त्रिपुरा स्टेट राइफल का जवान शहीद:तिरंगा यात्रा में उमड़ा जनसैलाब, पैतृक गांव हरपालू सांवल में होगा अंतिम संस्कार

सादुलपुर : सादुलपुर के हरपालू सांवल गांव के वीर सपूत और त्रिपुरा स्टेट राइफल्स की थर्ड बटालियन के राइफलमैन कुलदीप पूनिया (36) का शनिवार को त्रिपुरा में ड्यूटी के दौरान हार्ट अटैक से निधन हो गया। जवान को अंतिम विदाई देने के लिए क्षेत्रवासियों ने भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित की। सोमवार सुबह उनकी पार्थिव देह के पहुंचते ही गांव में शोक की लहर छा गई। परिजनों का रो-रो कर बुरा हाल था। शहीद की पत्नी ममता बेसुध हो गई, वहीं उनका आठ साल का मासूम बेटा नक्श पिता को खोने से अनजान था, लेकिन जब उसे पिता को सलामी देने और मुखाग्नि देने के लिए आगे बढ़ाया गया, तो वहां मौजूद हर आंख नम हो गई।
तिरंगा यात्रा में उमड़ा जनसैलाब
पूर्व सैनिक संघ के अध्यक्ष मुकेश पूनिया ने बताया-ड्यूटी के दौरान हार्ट अटैक से निधन की सूचना मिली थी। सोमवार सुबह जवान कुलदीप पूनिया की पार्थिव देह को राजगढ़ शहीद स्मारक (सादुलपुर) लाया गया। जवान को सम्मान देने के लिए सुबह 8:30 बजे राजगढ़ शहीद स्मारक से हरपालू सांवल गांव तक लगभग 13 किलोमीटर लंबी तिरंगा यात्रा निकाली गई। इसमें सैकड़ों ग्रामीण, युवा, महिलाएं और बच्चे हाथों में तिरंगा लेकर बाइक और गाड़ियों के साथ शामिल हुए। रास्ते भर ‘शहीद अमर रहें’ के नारों और देशभक्ति गीतों की गूंज रही। यह यात्रा लगभग दो घंटे में गांव पहुंची।
राजकीय सम्मान के साथ अंतिम संस्कार
गांव पहुंचने के बाद शहीद के पार्थिव शरीर को अंतिम दर्शन के लिए रखा गया, जहां हजारों लोग श्रद्धांजलि देने पहुंचे। इसके पश्चात मोक्षधाम में राजकीय सम्मान के साथ अंतिम संस्कार किया गया। राजस्थान पुलिस के जवानों ने गार्ड ऑफ ऑनर दिया। जवान के पिता राजेश सिंह को तिरंगा सौंपा गया। इसके बाद बेटे नक्श ने पिता को मुखाग्नि दी।
पुलिस व प्रशासन ने दी श्रद्धांजलि
सादुलपुर थाना परिसर के सामने थाना अधिकारी राजेश सिहाग, हमीरवास थाना अधिकारी जय कुमार भादू सहित पुलिस स्टाफ ने पुष्प अर्पित कर श्रद्धांजलि दी। मौके पर पूर्व सैनिक संघ के अध्यक्ष मुकेश पूनिया सहित अनेक सामाजिक संगठन व जनप्रतिनिधि भी उपस्थित रहे।
साल 2009 में हुए थे भर्ती
कुलदीप 19 अक्टूबर 2009 को त्रिपुरा स्टेट राइफल्स में भर्ती हुए थे। उनका एक आठ वर्षीय पुत्र नक्श है। पिता का नाम राजेंद्र सिंह है। कुलदीप पूनिया की पत्नी ममता ने बताया कि अंतिम बार 18 मई को उनसे बात हुई थी। उस समय वे पूरी तरह स्वस्थ थे, किसी प्रकार की कोई परेशानी नहीं थी। कुलदीप पूनिया के छोटे भाई मनदीप की दो साल पहले हार्ट अटैक से मौत हो गई थी।






