मजदूर परिवार की बेटी भावना ने किया टॉप:साइंस में 98% अंक हासिल किए, IAS बनने का सपना
मजदूर परिवार की बेटी भावना ने किया टॉप:साइंस में 98% अंक हासिल किए, IAS बनने का सपना

चिड़ावा : मेहनत और हौसले की मिसाल बनकर आई है भावना नायक, जिन्होंने झुंझुनूं से चिड़ावा आए एक साधारण मजदूर परिवार से उठकर 12वीं साइंस में 98 प्रतिशत अंक हासिल किए हैं। पिता रामावतार वेल्डर हैं और परिवार की आर्थिक स्थिति सामान्य है, लेकिन भावना ने कठिनाइयों को पीछे छोड़कर अपनी लगन और मेहनत से सफलता की नई कहानी लिखी है।
भावना का सपना आईएएस अधिकारी बनकर देश की सेवा करना है। बचपन से ही पढ़ाई में होशियार और मेहनती रही भावना ने बताया कि सफलता का राज है निरंतर प्रयास, परिवार का साथ और स्कूल स्टाफ का समर्पण। दसवीं में 97.33% अंक पाने के बाद से ही उसने कड़ी मेहनत शुरू कर दी थी।
रामावतार बताते हैं कि परिवार में सीमित संसाधनों के बावजूद सभी सदस्य एक-दूसरे का पूरा सहयोग करते हैं। भावना की इस उपलब्धि ने पूरे परिवार और क्षेत्र के लोगों को गर्व महसूस कराया है। स्कूल के शिक्षक और प्रबंधन भी उसकी मेहनत और संकल्प को सलाम करते हैं।
भावना की कहानी हमें यह सिखाती है कि अगर हौसला बुलंद हो और मेहनत सच्ची हो तो कोई भी बाधा सफलता के रास्ते में रोड़ा नहीं बन सकती। वह हर उस छात्र-छात्रा के लिए प्रेरणा है जो सीमित संसाधनों के बावजूद बड़े सपने देखना चाहते हैं। भावना ने कहा-सपने देखो, मेहनत करो और कभी हार मत मानो। सफलता निश्चित रूप से आपके कदम चूमेगी।