रींगस में हाईकोर्ट के आदेश पर हटाया अतिक्रमण:3 किमी लंबे रास्ते को 30 से 50 फीट तक किया चौड़ा
रींगस में हाईकोर्ट के आदेश पर हटाया अतिक्रमण:3 किमी लंबे रास्ते को 30 से 50 फीट तक किया चौड़ा

रींगस : राजस्थान उच्च न्यायालय के आदेश पर रींगस नगर पालिका प्रशासन ने शनिवार शाम तक बड़ी कार्रवाई करते हुए वार्ड संख्या 18 में मस्तान शाह दरगाह से रीको औद्योगिक क्षेत्र तक के लगभग तीन किलोमीटर लंबे रास्ते से अतिक्रमण हटाया। यह कार्रवाई नगर पालिका की अधिशासी अधिकारी सरिता चौधरी के नेतृत्व में की गई। खसरा संख्या 4787, 4739 और 4840 पर स्थित अतिक्रमण को तीन जेसीबी मशीनों की मदद से हटाया गया। इससे पूर्व राजस्व विभाग द्वारा सीमाज्ञान कर अतिक्रमणकारियों को नोटिस जारी किए गए थे।
कुएं में कूदने लगी महिला, पुलिस ने रोका
अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई के दौरान अंबेडकर स्कूल के पास पक्के निर्माण को हटाते समय अतिक्रमणकर्ता महिला सोहनी देवी पत्नी धन्नाराम बलोदा ने विरोधस्वरूप कुएं में कूदने की कोशिश की। महिला के कुएं के पास पहुंचने पर एसआई राजेश कुमार और महिला कांस्टेबलों ने तत्परता दिखाते हुए उसे रोका और समझाइश दी। अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई के दौरान रास्ते में आ रहे नीम, बबूल आदि के करीब 20 पेड़ जेसीबी से उखाड़े गए। इस कार्य में तहसीलदार विवेक कटारिया खुद मौजूद रहे।

कब्रिस्तान की दीवार को न तोड़ने पर आक्रोश
कार्रवाई के दौरान नगर पालिका प्रशासन ने अतिक्रमण मानकर चिह्नित की गई कब्रिस्तान की दीवार को छोड़ दिया। इस पर मौके पर उपस्थित लोगों ने विरोध जताते हुए पालिका पर भेदभावपूर्ण कार्रवाई का आरोप लगाया और दीवार को भी तोड़ने की मांग की। इस पर अधिशासी अधिकारी सरिता चौधरी ने स्पष्ट किया कि यह निर्माण स्वयं नगर पालिका द्वारा कराया गया है। उन्होंने कहा- “शमशान और कब्रिस्तान की दीवार को तोड़ना उचित नहीं है।”
रास्ते की चौड़ाई 30 से 50 फीट तक
कार्यवाही के दौरान रास्ते की न्यूनतम चौड़ाई 30 फीट और कुछ स्थानों पर 40 से 50 फीट तक सुनिश्चित की गई। अंबेडकर स्कूल के पास लगभग 300 वर्ग मीटर के भूखंड पर बने पक्के निर्माण को भी हटाया गया। कानून-व्यवस्था बनाए रखने के लिए पुलिस थाना, पुलिस लाइन, महिला अपराध अनुसंधान शाखा, दातारामगढ़ और राणोली थानों से पुलिस जाब्ता तैनात किया गया। यह कार्रवाई मालीराम निठारवाल द्वारा वर्ष 2020 में दायर जनहित याचिका पर राजस्थान उच्च न्यायालय के आदेश के बाद की गई। कार्रवाई के दौरान राजस्व विभाग के अधिकारी, नगर पालिका कर्मचारी एवं स्थानीय पार्षद भी मौजूद रहे।