10 साल के उमर फारूक मंसूरी ने एंड्रॉयड फोन लौटाकर दिया ईमानदारी का परिचय, नन्हें बच्चे की ग्रामीण कर रहे तारीफ
10 साल के उमर फारूक मंसूरी ने एंड्रॉयड फोन लौटाकर दिया ईमानदारी का परिचय, नन्हें बच्चे की ग्रामीण कर रहे तारीफ

जनमानस शेखावाटी संवाददाता : मोहम्मद आरिफ चंदेल
इस्लामपुर : लोग कहते हैं कि आज के दौर में ईमानदारी गायब हो चुकी है मगर ऐसा कुछ नहीं है ईमानदारी आज भी जिंदा है। ईमानदारी के दम पर ही दुनिया में इंसानियत कायम है। इस्लामपुर कस्बे में एक दस वर्षीय बच्चे उमर फारूक मंसूरी ने ईमानदारी का सबूत पेश किया है। उमर फारूक मंसूरी अपने परिजनों के साथ बाइक पर झुंझुनूं से इस्लामपुर आ रहा था समसपुर रोड पर उसे अचानक एक एंड्राइड फोन दिखाई दिया। बाइक रुकवाकर मंसूरी मोबाइल फोन उठाकर अपने घर ले आया ओर अपने परिजनों से पूछताछ करवाकर मोबाइल फोन इस्लामपुर निवासी लोकेश गर्वा को लौटाकर ईमानदारी का परिचय दिया। मोबाइल फोन मालिक ने इस छोटे से बच्चे को धन्यवाद देकर उसका आभार व्यक्त किया। लोगों को इस छोटे से बच्चे से सबक हासिल करना चाहिए। मोबाइल फोन लौटने पर ग्रामीणों ने इस छोटे से बच्चे उमर फारूक मंसूरी की जमकर तारीफ की। गौरतलब है कि ईमानदारी का परिचय देने वाला यह 10 वर्षीय बालक पत्रकार मोहम्मद आरिफ चंदेल के पुत्र हैं।