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पूर्व मंत्री गुढ़ा ने की थी टिप्पणी, डीटीओ ने की कार्रवाई की मांग


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झुंझुनूंटॉप न्यूज़राजस्थानराज्य

पूर्व मंत्री गुढ़ा ने की थी टिप्पणी, डीटीओ ने की कार्रवाई की मांग

गुढ़ा ने धरने में लगाए थे गंभीर आरोप : डीटीओ ने परिवहन सचिव को लिखी चिट्ठी, न्यायिक कार्रवाई की मांग

झुंझुनूं : पूर्व मंत्री राजेन्द्र गुढ़ा की ओर से जिला परिवहन अधिकारी (डीटीओ) मक्खनलाल जांगिड़ पर की गई टिप्पणी के बाद विवाद गहरा गया है। डीटीओ जांगिड़ ने परिवहन आयुक्त एवं शासन सचिव को पत्र लिखकर मामले में संज्ञान लेने और आवश्यक कार्रवाई करने की मांग की है। डीटीओ ने पत्र में लिखा है कि पूर्व मंत्री राजेंद्र गुढ़ा व कुछ अन्य लोगों द्वारा उनका व्यक्तिगत नाम लेकर मां, बहन व बेटियों पर अमर्यादित टिप्पणी की गई है, जिसका वीडियो भी वायरल हो रहा है। पत्र में डीटीओ ने वायरल हो रहे वीडियो को ब्लॉक कराने, न्याय व कानूनी संरक्षण दिलाने की मांग की है।

गुढ़ा ने धरने पर बोला था हमला

पूर्व मंत्री राजेन्द्र गुढ़ा ने 30 अप्रेल को झुंझुनूं में डंपर मालिकों के धरने को संबोधित करते हुए आरटीओ विभाग और डीटीओ मक्खनलाल जांगिड़ पर गंभीर आरोप लगाए थे। इसका वीडियो वायरल हो रहा है। इसमें गुढ़ा कह रहे हैं कि आरटीओ सबसे भ्रष्ट विभाग है। उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि जहां पुलिस मामूली रकम लेकर छोड़ देती है, वहीं आरटीओ अधिकारी मोटी रकम वसूलते हैं।

इस दौरान उन्होंने पूर्व मुयमंत्री अशोक गहलोत पर भी गंभीर आरोप लगाए

इनका कहना है-

मंत्रिमंडल की सामूहिक जिमेदारी होती है। इसमें एक साथ तैरते हैं और एक साथ डूबते हैं। रही बात डीटीओ की। इस डिपार्टमेंट का भ्रष्टाचार जग जाहिर है। डीटीओ मक्खनलाल यहां पर कितने दिन से है। राजस्थान के बाकी जिलों में आरसी निरस्त नहीं की गई। केवल झुंझुनूं में निरस्त की है। इससे जुड़े परिवार दुखी हैं और बेरोजगार हो गए। उन लोगों की भावनाएं निकल गई । व्यक्तिगत डीटीओ या उनके परिवार को टारगेट करने की मेरी कोई मंशा नहीं थी।

-राजेन्द्र गुढ़ा, पूर्व मंत्री

अपनी मांगे रखना सबका अधिकार है। लेकिन कार्यालय के बाहर धरने पर कुछ लोगों द्वारा मेरे व मेरे परिवार के प्रति अभ्रद भाषा का प्रयोग किया गया। मैंने नियमानुसार कार्रवाई की है। अगर मैंने गलत काम किया है तो मुझपर कार्रवाई होनी चाहिए। लेकिन मेरे परिवार में मां, बहन-बेटियों को टॉरगेट किया गया। मेरा परिवार पीड़ा और भय के माहौल में जीवन बीता रहा है। इसमें परिवार का क्या क्या दोष है।

मक्खनलाल जांगिड़, डीटीओ झुंझुनूं

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