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बेमिसाल बेनज़ीर : झुंझुनूं जिले की पहली मुस्लिम महिला ड्राइवर बनने का गौरव प्राप्त किया


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बेमिसाल बेनज़ीर : झुंझुनूं जिले की पहली मुस्लिम महिला ड्राइवर बनने का गौरव प्राप्त किया

बेमिसाल बेनज़ीर : झुंझुनूं जिले की पहली मुस्लिम महिला ड्राइवर बनने का गौरव प्राप्त किया

झुंझुनूं : झुंझुनूं जिले की पहली मुस्लिम महिला ड्राइवर बनने का गौरव प्राप्त किया। राजस्थान के छोटे से कस्बे बिसाऊ की एक साधारण लड़की, बेनज़ीर खान, आज लाखों लड़कियों के लिए एक मिसाल बन चुकी है। वो सिर्फ एक नाम नहीं, बल्कि एक जज़्बा है – बार-बार गिरकर भी उठ खड़े होने का।

“हर ठोकर पर गिरना बुरा नहीं,
अगर इरादा हो उठने का।
जो तूफ़ानों से डर जाएं,
उनका नाम नहीं होता बेनज़ीर।”

राजस्थान पुलिस के 67वें स्थापना दिवस के अवसर पर, झुंझुनूं जिले की महिला कांस्टेबल बेनज़ीर खान की प्रेरणात्मक कहानी एक बार फिर सुर्खियों में है। बिसाऊ निवासी बेनज़ीर खान ने कई असफलताओं के बाद भी हार नहीं मानी और चौथे प्रयास में सफलता हासिल कर चूरू जिले की पहली मुस्लिम महिला ड्राइवर बनने का गौरव प्राप्त किया।

बेनज़ीर, कायमखानी समाज बिसाऊ क़स्बे की निवासी हैं और वन विभाग में कार्यरत रहे स्वर्गीय इलियास खान की बेटी हैं। उन्होंने वर्ष 2016 से सरकारी सेवा में चयन के लिए प्रयास प्रारंभ किए थे। पुलिस भर्ती के तीन प्रयासों में उन्हें असफलता मिली, लेकिन चौथे प्रयास में उन्होंने कानूनी लड़ाई लड़ते हुए न्याय पाया और आखिरकार 24 मई 2021 को राजस्थान पुलिस विभाग में नियुक्त हुईं।

बेनज़ीर वर्तमान में पुलिस परिवहन शाखा, पुलिस लाइन चूरू में कार्यरत हैं और बिना किसी शिकायत या नकारात्मक रिकॉर्ड के चार वर्षों की सेवा पूरी कर चुकी हैं।

उनके पति नदीम खान, निराधनु गांव के निवासी हैं। परिवार में शिक्षित माहौल और कठिन परिस्थितियों में भी संबल देने वाले परिवेश ने बेनज़ीर को आगे बढ़ने की प्रेरणा दी।

बेनज़ीर की सफलता न सिर्फ उनके परिवार बल्कि पूरे समाज के लिए गर्व का विषय है और यह साबित करती है कि कठिनाइयाँ कितनी भी बड़ी क्यों न हों, अगर इरादे मजबूत हों तो सफलता निश्चित है।

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