लोदीपुरा के ग्रामीण चिडासन पंचायत में शामिल होने से नाराज:भुकाना में ही रहने की लगाई गुहार; बोले- बिना सहमति लिए पंचायत बदल दी
लोदीपुरा के ग्रामीण चिडासन पंचायत में शामिल होने से नाराज:भुकाना में ही रहने की लगाई गुहार; बोले- बिना सहमति लिए पंचायत बदल दी

झुंझुनूं : झुंझुनूं जिले की भुकाना ग्राम पंचायत के राजस्व ग्राम लोदीपुरा के निवासियों ने नवसृजित चिडासन ग्राम पंचायत में जोड़े जाने पर नाराजगी जाहिर की है। ग्रामीणों ने फैसले को वापस लेने और लोदीपुरा को भुकाना पंचायत में ही बनाए रखने की मांग की है। गांव वालों का कहना है- यह फैसला प्रशासन से जुड़े हमारे दैनिक कार्यों और मूलभूत सुविधाओं तक पहुंच पर बुरा असर डालेगा। हमारी राय लिए बिना ही पंचायत बदल दी गई है।
8 किमी दूर चिड़ासन, आवागमन की सीधी सुविधा नहीं
ग्रामीणों ने बताया- चिड़ासन ग्राम पंचायत लोदीपुरा से लगभग 8 किलोमीटर दूर है। जबकि वर्तमान पंचायत भुकाना केवल 1 किलोमीटर दूर है। लोदीपुरा से चिड़ासन तक पहुंचने के लिए आवागमन का कोई सीधा साधन नहीं है। ऐसे में ग्रामीणों को राशन, शिक्षा और अन्य आवश्यक सेवाओं तक पहुंचने में कठिनाई का सामना करना पड़ेगा। हम पहले ही भुकाना से सिर पर राशन सामग्री ढोकर लाते हैं। अब इतनी दूर से यह काम और भी मुश्किल हो जाएगा।
ग्रामीणों ने कहा- चिड़ासन पहुंचने के लिए पहले 5 किलोमीटर पैदल चलकर जाना होगा। वहां से 5 किलोमीटर की बस यात्रा कर लोयल पहुंचना होगा। फिर 3 किलोमीटर पैदल चलकर चिड़ासन पहुंच पाएंगे। इस प्रकार कुल 13 किलोमीटर की यह दुर्गम यात्रा हमारे दैनिक कार्यों और सरकारी योजनाओं का लाभ उठाने में एक बड़ी बाधा बनेगी।
शिक्षा पर भी पड़ेगा नकारात्मक प्रभाव
ग्रामीण बोले- अब पीईईओ का कार्यक्षेत्र चिड़ासन पंचायत होने से लोदीपुरा के बच्चों और अभिभावकों को परीक्षा केंद्र और अन्य प्रशासनिक कार्यों के लिए लंबी दूरी तय करनी होगी। इससे असुविधा होगी। पूर्व पंचायत समिति सदस्य सुशील पायल ने भी ग्रामीणों की मांग का समर्थन किया। कहा-लोदीपुरा को भुकाना में ही रखना तर्कसंगत है। यहां के लोगों की भौगोलिक, सामाजिक और आर्थिक परिस्थितियों के अनुसार भुकाना ग्राम पंचायत ही सबसे उपयुक्त है।
प्रशासन से पुनर्विचार की अपील
लोदीपुरा के ग्रामवासियों ने प्रशासन से आग्रह किया है कि उनकी भावनाओं का सम्मान करते हुए इस निर्णय पर पुनर्विचार किया जाए। उन्होंने मांग की है कि लोदीपुरा को चिड़ासन पंचायत में शामिल करने के बजाय पहले की तरह भुकाना ग्राम पंचायत में ही रहने दिया जाए, ताकि उन्हें अनावश्यक परेशानियों का सामना न करना पड़े।