नीमकाथाना में हत्यारे पिता का निकाला जुलूस,बोला- ‘मैं कंस आदमी हूं, मुझे फांसी दो; मैं किसी को मुंह नहीं दिखा सकता’
नीमकाथाना में हत्यारे पिता का निकाला जुलूस,बोला- 'मैं कंस आदमी हूं, मुझे फांसी दो; मैं किसी को मुंह नहीं दिखा सकता'

नीमकाथाना : नीमकाथाना में दो जुड़वा बेटियों के हत्यारे पिता का कोतवाली पुलिस ने बाजार में जुलूस निकाला। इस दौरान आरोपी अशोक बोलता रहा कि ‘मैंने गलत किया है। मुझे फांसी देनी चाहिए।’
बता दें कि 27 मार्च को वार्ड नंबर 31 निवासी अशोक ने अपनी 5 महीने की दो जुड़वां बेटी निधि और नव्या की जमीन पर पटककर हत्या कर दी थी। इसके बाद घर से दो किलोमीटर दूर खाली प्लाट में दोनों के शवों को दफना दिया। इसके बाद पुलिस ने आरोपी अशोक 28 मार्च को गिरफ्तार कर 29 मार्च को कोर्ट में पेश किया। जहां एक दिन के रिमांड के बाद उसे जेल भेज दिया।

रविवार को जेल भेजने से पहले नीमकाथाना कोतवाली पुलिस ने शाम 4:30 बजे जिला अस्पताल में मेडिकल कराया, उसके बाद अस्पताल से खेतड़ी मोड तक आरोपी का जुलूस निकाला। जहां 300 मीटर तक अशोक लड़खड़ाते हुए चल रहा था।
हाथ जोड़कर माफी मांगता रहा
जुलूस के दौरान आरोपी हाथ जोड़कर लोगों से माफी मांगता रहा। बेटियों का हत्यारा बोलता रहा-
मैं कंस आदमी हूं। मैंने गलत किया है। मुझे फांसी देनी चाहिए। मैं दुनियां में किसी को मुंह नहीं दिखा सकूं। मैं बेकार आदमी हूं। मैं किसी को मुंह नहीं दिखा सकता

पुलिस बोली-अन्य की भूमिका की जांच जारी
आरोपी के जुलूस के दौरान कोतवाली थाने की सीआई सुनीता बॉयल मौजूद रहीं। सीआई ने कहा-आरोपी अशोक यादव को एक दिन के रिमांड के बाद जेल भेजा गया है। आरोपी का शहर में जुलूस निकाला गया है। वह अपना जुर्म कबूल कर रहा है। बाकी अन्य लोगों की भूमिका की जांच की जा रही है। जो भी आरोपी होगा, उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।
ये है मामला
27 मार्च को नीमकाथाना के वार्ड 31 निवासी अशोक ने अपनी 5 महीने की दो जुड़वां बेटियां नव्या और निधि की जमीन पर पटक-पटककर हत्या कर दी थी। इससे पहले आरोपी दोपहर एक बजे पत्नी अनीता के साथ जिला अस्पताल में टीका लगवाकर लाया था। 3 बजे घर वापस लौटने के बाद अनीता दोनों बेटियों को सुला रही थी।
अनीता ने बताया-अंदर जाते ही सास बनारसी ने ताने मारने शुरू कर दिए- ‘लड़कियां ही लड़कियां पैदा कर दीं। इनको कौन पालेगा? वंश कैसे आगे बढ़ेगा?’ मैंने कहा कि मेरी क्या गलती है? इतना कहकर मैं कमरे में चली गई और बेटियों को दूध पिलाने लगी। तभी अशोक कमरे में आ गया और चिल्लाया- ‘रोज-रोज का झगड़ा तुम्हारी वजह से होता है। अगर तूने बेटा पैदा किया होता, तो ऐसा नहीं होता। आज मैं इन दोनों को ही खत्म कर देता हूं!’
अनीता ने बताया-जब तक वह कुछ समझ पाती उससे पहले ही अशोक ने पहले निधि का पैर पकड़ा और उसका सिर फर्श पर दे मारा। इसके बाद जब वह बाहर भागी तो सास ने उसे पकड़ लिया। इसके बाद अशोक ने नव्या को भी जमीन पर पटक दिया।