एडीजी बोलीं- सच्चे केस को झूठ में नहीं बदला जाता:कहा- महिला सुरक्षा को लेकर पुलिस महकमा संवेदनशील, सीकर में क्राइम कम हुआ
एडीजी बोलीं- सच्चे केस को झूठ में नहीं बदला जाता:कहा- महिला सुरक्षा को लेकर पुलिस महकमा संवेदनशील, सीकर में क्राइम कम हुआ

सीकर : सिविल राइट्स एडीजी (पुलिस) मालिनी अग्रवाल 2 दिवसीय सीकर जिले के दौरे पर हैं। एडीजी यहां पुलिस महकमें का निरीक्षण कर रही हैं। मंगलवार को एडीजी ने सीकर पुलिस की विभिन्न शाखाओं का निरीक्षण किया। इससे पहले पुलिस के जवानों ने पुलिस लाइन में एडीजी को सेरेमोनियल परेड सलामी दी।
अधिकारियों की मीटिंग ली
परेड को जिला पुलिस अधीक्षक भुवन भूषण यादव ने लीड किया। इसके अलावा पुलिस लाइन में एडीजी ने शस्त्र घर, स्टोर्स व पुलिसकर्मियों के क्वार्टर्स भी देखे और उनके परिवार से मुलाकात की। एडीजी ने एसपी ऑफिस में जाकर पुलिस की कार्यप्रणाली को देखा। इसके बाद पुलिस लाइन में स्थित अन्वेषण केंद्र में क्राइम मीटिंग की।
बोलीं- सीकर में अपराध में कमी आई
एडीजी ने कहा कि सीकर जिले में अपराध में कमी आई है। सीकर का पुलिस महकमा अच्छे से काम कर रहा है। महिलाओं की सुरक्षा पर बोलते हुए एडीजी ने कहा कि महिलाओं से जुड़ा क्राइम मैं खुद मॉनिटर कर रही हूं। इसलिए यह मेरे लिए सबसे अहम मुद्दा है। क्राइम मीटिंग में सबसे पहले महिलाओं के मुद्दों पर ही चर्चा होती है। इसे सबसे ऊपर रखा जाता है।
महिला सुरक्षा के लिए भी पुलिस चाक-चौबंद
उन्होंने कहा- महिलाओं की सुरक्षा के लिए पुलिस टीम को भी समय-समय पर सपोर्ट किया जाता है। साथ ही महिलाओं से जुड़े मामलों में पूरी सतर्कता से काम किया जाता है। कोई महिला मामला दर्ज करवाती है तो उसकी एफआईआर दर्ज कर ली जाती है लेकिन उच्चाधिकारियों द्वारा गंभीरता से इन्वेस्टिगेशन की जाती है। पूरे एविडेंस होने के बाद ही आगे की कार्रवाई की जाती है। ऐसा भी नहीं है कि अगर कोई सच्चा केस है और उसे झूठ में बदल दिया जाए। न हीं झूठे केस में किसी निर्दोष को फंसाया जाता है।