शहीद भगतसिंह चौक पर श्रद्धांजलि सभा:युवाओं ने मोमबत्तियां जलाकर शहीदों को किया याद, भगतसिंह के विचारों पर हुई चर्चा
शहीद भगतसिंह चौक पर श्रद्धांजलि सभा:युवाओं ने मोमबत्तियां जलाकर शहीदों को किया याद, भगतसिंह के विचारों पर हुई चर्चा

सादुलपुर : सादुलपुर में शहीद दिवस के अवसर पर शहीद भगतसिंह चौक पर युवाओं ने भावभीनी श्रद्धांजलि दी। कार्यक्रम में युवाओं ने भगतसिंह, सुखदेव और राजगुरु की प्रतिमा पर पुष्प अर्पित किए। मोमबत्तियां जलाकर श्रद्धांजलि दी गई। शाम करीब 8 बजे युवाओं ने देशभक्ति के नारों से पूरा चौक गुंजायमान कर दिया। ‘राजगुरु भगतसिंह सुखदेव अमर रहे’ और ‘इंकलाब जिंदाबाद’ के नारे लगाए गए।
पूर्व बार संघ अध्यक्ष एडवोकेट चरण सिंह पुनिया ने भगतसिंह के जीवन पर प्रकाश डाला। उन्होंने बताया कि भगतसिंह ने कॉलेज के दौरान ही क्रांति का मार्ग चुना। वे राजनीतिक स्वतंत्रता के साथ सामाजिक और आर्थिक आजादी के लिए भी संघर्ष करते रहे। सुभाष जोइया ने कहा कि भगतसिंह ने जेल में रहते हुए भी किताब लिखकर देश को प्रेरणा दी। मात्र 23 वर्ष की आयु में उन्हें सुखदेव और राजगुरु के साथ फांसी दी गई। राजकुमार मील ने बताया कि इन क्रांतिकारियों का एकमात्र लक्ष्य भारत को अंग्रेजी शासन से मुक्त कराना था।
शिक्षक नेता मनोज पुनिया ने शहीदों के विचारों को अपनाने का आग्रह किया। सभी ने दो मिनट का मौन रखकर शहीदों को श्रद्धांजलि दी। कार्यक्रम में एडवोकेट चरण सिंह गुलपुरा, सुभाष जोइया, दिव्यांग प्रदेश अध्यक्ष मनोज पुनिया, भजन लाल पुनिया, राजकुमार फगेड़िया, पंकज बाजिया, राजकुमार मील, बंटी, आर्यमन मांजू, अशोक धायल और पवन नायक सहित कई लोग उपस्थित रहे।