[pj-news-ticker post_cat="breaking-news"]

राजीविका की महिलाओं ने किया प्रदर्शन:बीपीएम पर लगाया मनमानी का आरोप, कहा-दो महीने से योजना का नहीं मिल रहा लाभ


निष्पक्ष निर्भीक निरंतर
  • Download App from
  • google-playstore
  • apple-playstore
  • jm-qr-code
X
चिड़ावाझुंझुनूंटॉप न्यूज़राजस्थानराज्य

राजीविका की महिलाओं ने किया प्रदर्शन:बीपीएम पर लगाया मनमानी का आरोप, कहा-दो महीने से योजना का नहीं मिल रहा लाभ

राजीविका की महिलाओं ने किया प्रदर्शन:बीपीएम पर लगाया मनमानी का आरोप, कहा-दो महीने से योजना का नहीं मिल रहा लाभ

चिड़ावा : चिड़ावा पंचायत समिति में राजीविका की महिलाओं ने ब्लॉक परियोजना प्रबंधक रेणुका कुमारी के खिलाफ प्रदर्शन किया। 24 पंचायतों से आई महिलाओं ने उन पर कई गंभीर आरोप लगाए हैं। लखपति दीदी ओजटू कांता के अनुसार, बीपीएम मनमानी करती हैं। शिकायत करने वाली महिलाओं को धमकियां देती हैं। सुलताना की कौशल्या ने बताया कि उन्होंने श्री अन्नपूर्णा इंदिरा रसोई के लिए कर्ज लिया था। अब रसोई बंद कर दी गई है और वह कर्ज में डूब गई हैं।

प्रदर्शनकारियों का आरोप है कि बीपीएम अपने चहेतों को राजीविका में पदाधिकारी नियुक्त करती हैं। इनमें गबन के आरोपी भी शामिल हैं। लांबा में ट्रेनिंग किसी और ने ली, लेकिन जॉइनिंग दूसरे के नाम पर दर्ज की गई। धत्तरवाला की सचिव बिंदु ने खाली चेक पर फर्जी हस्ताक्षर का मामला उठाया। पिछले दो महीनों से महिलाओं को योजना का लाभ नहीं मिला है। राशि रिलीज करने के लिए रिश्वत मांगी जाती है। रिश्वत न देने पर एक महीने का लाभ काटने की धमकी दी जाती है। नरहड़ की ड्रोन दीदी लक्ष्मी पर सीएलएफ में पैसे जमा करने का दबाव बनाया जा रहा है।

प्रदर्शन के दौरान बीडीओ अनिषा बिजारणिया ने ग्रामीण महिलाओं की समस्याएं सुनीं। महिलाओं ने अपनी शिकायतों से उन्हें अवगत कराया। राजीविका कार्यक्रम से जुड़ी महिलाओं ने न्याय की मांग की है। बीडीओ ने इस दौरान कहा कि महिलाओं की समस्याओं से उच्चाधिकारियों को अवगत करवाया गया है। जिला परिषद स्तर पर शिकायत हुई तो इसकी जांच हो जाएगी।

इस मामले में बीपीएम रेणुका कुमारी ने कहा कि सारे आरोप बेबुनियाद हैं। इसमें राजीविका मिशन के तहत स्वयंसहायता समूहों के लिए लगभग दस ग्राम पंचायतों पर एक कलस्टर लेवल फेडरेशन (सीएलएफ) होता है। उसके नियमानुसार चुनाव होते हैं। जिसमें कमेटी का चयन सदस्य ही करते हैं। इस कारण कुछ महिलाओं को कमेटी से हटाकर नई महिलाओं की पदाधिकारी बना दिया गया। इसके चलते हटाई गई महिलाएं अन्य महिलाओं को एकत्र कर बेवजह प्रदर्शन कर रही हैं।

Related Articles